Horror
1) https://youtu.be/3U7DD6jwPUI?si=5sder2Vw4c2qQNt2
2) https://youtu.be/TlHfx1GRRJY?si=urefqbyWo8kKc1fY
3) https://youtu.be/NmSCDGWLkus?si=nQcl-YSXUEenJk6s
4) https://youtu.be/cedxQhP63jo?si=CpOMUdx2-Vp-Vvjy
दोस्तों आज की हॉरर स्टोरी सुनाने से पहले मैं आपको एक इंटरेस्टिंग सा स्टैड बताना चाहता हूं हमारी कहानियां देखने वाले 80 पर लोग ऐसे हैं जो हमारी वीडियोस एंजॉय तो करते हैं लेकिन उन्होंने हमारा चैनल अभी तक सब्सक्राइब नहीं किया है अगर आप उन 80 पर लोगों में से हैं तो बस आपको एक छोटा सा काम करना है इस वीडियो के नीचे आपको एक सब्सक्राइब बटन दिख रहा होगा बस उस सब्सक्राइब बटन को दबाना है बस इतना सा काम करना है आपको और लगे हा तो बेल आइकन भी प्रेस कर देना ताकि हमारी लेटेस्ट वीडियो आते ही आपको सबसे पहले पता चले एल सिल बन अर्बन हॉरर लेजेंड यह कहानी 1980 में साउथ अमेरिका के एक बहुत ही खूबसूरत गांव लॉस लेनस नाम की है जहां पर चारों तरफ हरियाली और खेत ही खेत हैं उन्हीं में से एक खेत के पास ड मैसो नाम का एक लड़का छुट्टियों में अपने चाचा के घर में रुका हुआ था दिनों लोग अक्सर जल्दी सो जाया करते थे इसलिए सब शाम को ही खाना खाकर सो गए थे ड मासो बिस्तर पर लेट तो गया था पर उसे नींद नहीं आ रही थी वह बस छत पर लगे पंखे को ही देखे जा रहा था तभी अचानक उसे बहुत जोर से जानवरों के कहाने की आवाज आई वो उठकर बाहर गया तो उसने देखा कि आवाज पास के एक एनिमल शेल्टर से आ रही है जहां पर बहुत सी गाय थी द मासों ने आसमान की ओर देखा तो पूरा आसमान काले बादलों से ढका हुआ था उसे लगा कि शायद सभी गाय आने वाले तूफान से घबरा रही हैं इसलिए वह गायों को अंदर वाले तबले में लेकर जाने के लिए उनके पास गया और गायों को बहुत मुश्किल से एक-एक करके अंदर वाले तबले में लेकर जाने लगा पर ड मासो ने कभी गायों को इतना बेचैन नहीं देखा था इतनी बेचैनी की वजह से ड मासो के लिए उन्हें वहां से ले जाना भी मुश्किल हो रहा था तेज बारिश भी शुरू हो गई थी बड़ी मुश्किल से जब उसने कई सारी गायों में से कुछ गायों को अंदर वाले तबेले में भेज दिया तो उसे मीट की बहुत ही गंदी बदबू आने लगी जैसे-जैसे वो और गायों को अंदर भेज रहा था और गाय वहां से कम हो रही थी वो बदबू वैसे-वैसे बढ़ती जा रही थी जब कुछ पांच छह गाय बच गई तो उसने देखा कि वहां एक बूढ़ी सी गाय की खून से सनी हुई हड्डियां पड़ी ये देखकर ड मासो वहीं जम गया और जोर से चिल्लाने लगा पर इससे पहले वो वहां से भाग पाता या कुछ कर पाता उसको दूर से एक आवाज आई तेज बारिश के बीच वो मीलों से आती हुई आवाज इतनी भयानक थी कि उसे सुनकर द मासो की रूह काप गई और उसे सुनते ही द मासो समझ गया कि वो आज मरने वाला है क्योंकि वो आवाज एल सल बोन की सीटी की थी जिसका मतलब था कि एल सिल बोन उसके पास आ रहा है द मासो ने एल सिल बोन के कई किस्से सुने थे उसे याद था कि बचपन में कैसे उसके रिलेटिव्स एक आदमी की कहानी सुनाते थे जिसका एल सिल बन से सामना हुआ था उसके रिलेटिव्स की कहानी के हिसाब से वह आदमी भी एक ऐसे ही खेत से देर रात अपने घोड़े पर एक फंक्शन में जा रहा था तभी उस बड़े से वरान खेत में उस घोड़े का पैर किसी चीज से फिसला जब उस आदमी ने उतर कर देखा तो वहां एक हिरण की हड्डी पड़ी थी जिनसे खाया हुआ मांस अभी भी लटक रहा था इससे पहले कि वह घुड़सवार कुछ समझ पाता उसे दूर से रूह चीर देने वाली सीटी सुनाई दी उसने अपने घोड़े को उठाने की कोशिश की लेकिन बहुत देर हो चुकी थी उसे अपने से कुछ ही दूर वाले पेड़ पर किसी बड़ी सी चीज के कूदने की आवाज आई वो घुर सवार वहां से भागना चाहता था लेकिन तभी उसके सर पर जोर से एक हड्डी आक लग जिससे उसका सर फट गया वो घुर सवार चीखते हुए मदद मांगने लगा लेकिन कोई फायदा नहीं था क्योंकि मौत का चेहरा बनकर 19 फीट का एक भयानक आदमी उसके सामने खड़ा था सर पर एक हैट लेकिन शरीर और चेहरा ऐसा जैसे कोई काल हो उस घुड़सवार ने कभी कोई ऐसा भयानक जीव नहीं देखा था उसके पास एक हड्डियों से भरी बोरी थी और उसी बोरी में से हड्डियां निकालकर वह उस घोड़ सवार को बिना रोके मारने लगा व घोड़ सवार अपनी जान की भीख मांगता रहा लेकिन वह आदमी उसके शरीर से हड्डियां निकालकर खाने लगा अगली सुबह कुछ गांव वालों को गाय चराते हुए वो घुर सवार नहीं बल्कि उसकी लाश मिली जो कि एक कंकाल बन चुकी थी कहते हैं कि वह 19 फीट का कंकाल जैसा दिखने वाला आदमी एल सिल बोन है और वह आज भी उस इलाके में भटकता रहता है ड मासो के दिमाग में यही कहानी चल रही थी और इससे पहले वह भाग पाता एकदम से जमीन पर 19 फीट की एक लंबी सी परछाई बन गई और फिर उस परछाई से भी लंबा एक आदमी निकला जिसने एक भूसे की हैट पहनी हुई थी और जिसके हर जगह से कटे हुए शरीर से उसका मास लटक रहा था यह 19 फीट से भी बड़ा आदमी और कोई नहीं बल्कि एल सिल बोन ही था वह आदमी उसकी तरफ चलकर आने लगा उसकी पीठ पर लदी हुई बोरी से जिससे खून टपक रहा था हड्डियों के टकराने की आवाज तेज हो रही थी और उससे भी ज्यादा तेज हो रही थी ड मासो की दिल की धड़कने उसे बचाने के लिए द मासो वहां से भागा और उसने महसूस किया कि एल सेल्बन पेड़ों के ऊपर चढ़कर एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर कूदकर उसका पीछा कर रहा था ड मासो चिल्लाता रहा परेल सिल बोन ठीक उसके सामने आकर खड़ा हो गया वो अपने भयानक लंबे हाथ जिन पर उसी का कटा हुआ मांस लटक रहा था उसकी तरफ बढ़ाकर उसे मारने की कोशिश करने लगा तभी एक कुत्ते के भोकने की आवाज आई जिसे सुनकर लसल बोन एकदम से डर से झटपट आया और हवा में कहीं गायब हो गया जब ड मासो ने देखा तो वहां पर उसका पालतू कुत्ता भोक रहा था और जो शायद द मासो के चिल्लाने की आवाज सुनकर वहां आया था ड मासो का खुद यह मानना था कि अगर उस दिन उसका कुत्ता वहां नहीं होता तो एल सिलमन के पीठ पर टंगे बैग में ट मासो की भी हड्डियां होती उस रात के बाद ट मासो एल सिलन के बारे में ही सोचता रहता था उसने अपने रिलेटिव्स और आसपास रहने वाले बाकी लोगों से एल सिलब की कहानी पूछी तो जो उन्होंने बताया वो उसके साथ जो हुआ उससे भी कई ज्यादा डरावना था लोगों ने उसे बताया कि एल सिल्वन कीय कहानी बिल्कुल सच्ची थी जिसके मुताबिक एक बिगड़ेल लड़का अपनी छोटी सी फैमिली के साथ उस इलाके में 18 सेंचुरी में रहता था क्योंकि वो लड़का उस परिवार का अकेला बच्चा था तो उसके मां-बाप और दादा उसकी सारी बातें मानते थे एक दिन उस लड़के ने डिनर के लिए अपने पापा से हिरण की मीठ को लाने को कहा जिसके बाद उसके पापा अपनी हंटिंग राइफल और एक बोरी लेकर शिकार करने निकल गए जब कई देर तक उसके पापा वापस घर नहीं आए तो वो लड़का बहुत ही ज्यादा गुस्से में आ गया उसकी मां ने उस लड़के को उसकी प्रोटेक्शन के लिए एक बहुत तेज किचन नाइफ दिया और कहा कि वह जाकर अपने पापा को जंगल में ढूंढकर वापस ले आए जब वो लड़का वापस आया तो उसके साथ उसके पापा तो नहीं थे पर उस बोरी में मांस के टुकड़े अंत कुछ ऑर्गन्स और हड्डियां थी जो उसने अपनी मां को जाकर दे दी और हिर का मास कहकर पकाने को कहा उसकी मां को बोरी के अंदर का उ मीड बनाते हुए अजीब लग रहा था और उन्हें शक होने लगा था तो उस लड़के की मां ने लड़के के दादाजी को अपना डर बताया जो सुनकर उसके दादाजी ने उस लड़के को बाहर ले जाकर एक पेड़ से बांध दिया और एक हंटर से उसे जोर-जोर से मारने लगे तब तक जब तक उस लड़के ने सच नहीं बता दिया एक ऐसा सच जो बहुत ही ज्यादा भयानक था उस लड़के ने बताया कि जब जंगल में उसे अपने पिता मिले तो वह खाली हाथ थे क्योंकि वह हिरण का शिकार नहीं कर पाए थे वो लड़का उनसे बहुत ज्यादा गुस्सा हो गया और उसी गुस्से में आकर उस लड़के ने अपने पास पड़े चाकू से उनकी जान ले ली और उसी चाकू से उनका मास निकालकर बाकी शरीर के टुकड़े टुकड़े कर अपनी बोरी में भर लिए और घर आ गया यह सच सुनकर उस लड़के की दादा उसे इतनी जोर से हंटर मारने लगे कि उस लड़के के शरीर का मांस उसके शरीर से कटकट के लटकने लगा उसके दादा ने उसके बाद उसके गांव पर मिर्ची और शराब डालकर उसको पेड़ से खोलकर उसके कंधे पर उसके बाप के मांस और हड्डियों से बड़ी बोली डाल दी और उसके पीछे अपने दो भयानक कुत्ते छोड़कर उसे हमेशा के लिए भटकने के लिए छोड़ दिया कहते हैं कि उस दिन के बाद से आज तक उस लड़के की आत्मा एल सल बोन के नाम से भटकने लगी उस इलाके में रहने वाले लगभग सभी लोग लोगों का मानना है कि उनका एक ना एक बार एल सल बोन से सामना जरूर हुआ है जो पेड़ों में बैठकर एक अलग ही तरीके से सीटी बजाता है और जो भी देर रात खेतों में घूमता है उस पर एक जानवर की तरह अटैक करता है कहते हैं कि वह बस कुत्तों से डरता है और इसीलिए उस इलाके के सभी घरों में लोगों ने कुत्ते पाले हुए हैं ड मासो उस रात अपने कुत्ते की वजह से बच गया वरना वो भी आज एल सिल बोन का शिकार हो जा जाता दोस्तों अगर आपको एल सिल बोन का य अर्बन हॉरर लेजेंड पसंद आया तो ऐसे ही अर्बन हॉरर लेजेंड्स की स्टोरीज देखने के लिए सब्सक्राइब करिए खूनी मंडे और देखते रहिए हर हफ्ते दिल दहला देने वाली हॉरर स्टोरी
5) https://youtu.be/ptXpXa8XB18?si=I0pjuBdr34lv-RJr
6) https://youtu.be/xNdxMHIuWog?si=-h6i7WY-_Xbk0Ons
7) https://youtu.be/jlgcViO2mQE?si=NIzfK9S2mhfsibY0
8) https://youtu.be/jMR1bO2QJUo?si=8BRJ_a0YB7lWUoaM
9) https://youtu.be/MHjQjwLf4EM?si=sgaIWj8pA1HsX86p
10) https://youtu.be/ZlW_5mFBs6M?si=B2uPf9sMEsocUu3o
रात का समय था एक लड़का पहाड़ी रास्तों पर अपनी बाइक को भगाता चला जा रहा था वह अमावस की रात थी इसीलिए बाइक की हेडलाइट के सिवा दूर दूर तक कोई रोशनी नहीं थी और तभी अचानक बारिश होने लगी ओहो अब मैं कहां जाऊं थोड़ा सा आगे जाने पर उसे एक मैरेज हॉल दिखा जो बंद पड़ा था वो वहीं पर रुक गया उसने बाइक की हेडलाइट जल्दी छोड़ दी ताकि कुछ रोशनी रहे पर एक मिनट बाद अचानक बाइक की हेडलाइट अपने आप बंद हो गई और गुप अंधेरा हो गया और इस अंधेरे में अचानक मैरिज हॉल के अंदर से मंत्रों की आवाज आने लगी ओ मंगलम भगवान विष्णु मंगलम करुण ध्वज लड़का उस आवाज की तरफ बढ़ा लेकिन अंधेरे में ने कुछ भी देख पाना नामुमकिन था और तभी जोरदार बिजली कड़की बिजली की रोशनी में उसने देखा कि वो पूरा हॉल लाशों से भरा हुआ है और बीच में एक नव विवाहित चोड़ा बैठा है वो घबरा करर वहां से फौरन भागा उसने अपनी बाइक स्टार्ट की और वो भीगता हुआ ही चल दिया लेकिन उसकी बाइक की हेडलाइट ऑन नहीं हुई उस अंधेरे में वो दो कदम ही चल पाया कि अचानक वो सामने से आदमी बस से टकरा गया और उसकी वही मौत हो गई ठीक एक महीने बाद सुनील और मोहिनी की शादी होने जा रही थी और उन्होंने हिमाचल में डेस्टिनेशन वेडिंग तय की थी सुनील मोहिनी के माता-पिता को फोन करता है और फिर वह लोग हिमाचल जाने के लिए निकल जाते हैं उनके साथ सुनील के दो दोस्त राजीव और संजय भी थे लेकिन पंडित जी को तो लेकर नहीं चल रहे हो अरे हां यह तो मैं भूल ही गया चलो कोई ना वहां कोई पंडित मिल जाएगा हिमाचल के पहाड़ी रास्तों का सफर जितना सुहावना था उतना ही डरावना भी था अमावस की रात थी पहले ही चारों तरफ अंधेरा था थोड़ी देर बाद वह लोग उस मैरिज हॉल में पहुंचे जिसे सुनील ने बुक किया था हॉल बाहर से पूरा सजा हुआ था लेकिन वहां एक भी इंसान नजर नहीं आ रहा था यह क्या माजरा है यहां तो कोई दिख ही नहीं रहा अरे यार कहीं गलत जगह तो नहीं आ गए नहीं नहीं यही है देखो सारा डेकोरेशन वैसा का वैसा ही है जैसा कि हमने कहा था सब हॉल के अंदर चले गए सुनील ने सबसे आराम करने के लिए कहा थोड़ी देर बाद सुनील राजीव और संजय पंडित की तलाश में निकल पड़े आसपास कई पंडितों से उन्होंने बात की लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया यार यहां यह सारे पंडित ऐसा क्यों कर रहे हैं हां यह तो बहुत अजीब है ऐसा लग रहा है जैसे हम किसी भूतिया जगह पर आ गए हो अंत में उन्हें एक अजीब सा पंडित मिला जो थोड़ा मेंटली डिस्टर्ब लग रहा था लेकिन उसके अलावा उनके पास और कोई चारा नहीं था उन्होंने सोचा कि चलो काम तो हो ही जाएगा और उसे लेकर हॉल वापस आ गए जयमाला रात को 12:00 बजे शुरू करना है सारी तैयारी कर लो 12 बजे इतनी रात को हां यही शुभ मुहूर्त है रात के 12 बजे के बाद जब जयमाला की प्रक्रिया शुरू हुई सुनील ने मोहिनी के गले में माला डालनी चाही लेकिन जैसे ही माला मोहिनी के गले के पास पहुंची सारे फूल अचानक से मुरझा गए सब यह देखकर हैरान रह गए यह क्या हुआ सारे फूल कैसे सूख गए ऐसा कैसे हो सकता है ये तो बिल्कुल नई माला थी उन्होंने दूसरी माला मंगवाई लेकिन जैसे ही उसे गले में डालने की कोशिश की फूल फिर से मुर्झा गए और अचानक हॉल में लगे सारे फूल भी मुरझाने लगे एक भी ताजा फूल नहीं बचा यह देखकर सभी लोग डर से सिहर गए ये क्या हो रहा है मुझे बहुत डर लग रहा है मुझे भी समझ में नहीं आ रहा लेकिन कुछ तो गलत है यहां आखिर में थक हारकर उन्होंने सिर्फ एक धागे से जयमाला की प्रक्रिया पूरी की उसके बाद पंडित ने घोषणा की कि फेरे रात के 3 बजे होंगे तभी अचानक हल के दरवाजे खुद बखुदा अरे कुछ नहीं बस हवा है और उसी पल हॉल के बीचोबीच एक बड़ा सा झूमर गिरा जिससे प्रदीप बालबाल बचा यह देखकर सबकी हालत पतली हो गई लेकिन कुछ ही देर बाद यह सब अचानक शांत हो गया ये यह सब क्या था क्या यहां कोई भूत है यार हमें यहां से जाना चाहिए नहीं अब सब कुछ शांत हो गया है यह बस हवा से हो रहा था अरे हवा से झूमर गिर गया नहीं बेटा बात कुछ और है बिलीव मी मम्मी इट्स ऑल राइट तीन घंटे किसी तरह गुजर गए रात के 3:00 बजे फेरे शुरू करने का समय आ गया था सब लोग पहले से ही डरे हुए थे पंडित जी ने फेरों की तैयारी शुरू की लेकिन अचानक पंडित जी जोर से चीखते हुए जमीन पर गिर पड़े और तड़पने लगे जैसे उन्हे मिर्गी का दौरा पड़ गया हो यह क्या हो रहा है ये पंडित जी को क्या हो गया जल्दी से पानी लाओ किसी तरह इन्हें होश में लाओ सभी घबराकर पंडित के पास पहुंचे और उनके मुंह पर पानी छिड़कने लगे थोड़ी देर में पंडित जी होश में आ गए ये यह जगह ठीक नहीं है यहां बहुत बड़ा खतरा है मैं यहां से जा रहा हूं पंडित जी ऐसा मत कहिए हमें शादी करनी है मैं जा रहा हूं तुम भी यहां से भाग जाओ पंडित वहां से तेजी से निकल गया सब लोग और भी ज्यादा डर गए थे लेकिन मोहिनी के पिता प्रदीप को इस पर कोई यकीन नहीं था घबराने की जरूरत नहीं है मैं खुद फेरे करवा दूंगा हम बिना किसी पंडित के भी शादी कर सकते हैं प्रदीप पंडित की जगह जाकर बैठ गए और मंत्र पढ़ने लगे प्रदीप ने जैसे ही पंडित की जगह ली और फेरे शुरू किए अग्निकुंड की जलती हुई आग हर बार बुझने लगी हर बार जब वह मंत्र पढ़ते आग कमजोर पड़ने लगती और बुझ जाती फेरे फिर से शुरू हुए एक एक करके छह फेरे हो गए सातवा फेरा शुरू होने ही वाला था कि अचानक एक बूढ़ा आदमी वहां पर आ गया उसकी आंखें लाल थी और वह तेजी से चिल्लाया तुम लोग पागल हो गए हो क्या इस खंडहर में शादी कर रहे हो यह जगह शापित है अगर तुम रुके तो सब मारे जाओगे अब यह कौन पागल है अंधे हो क्या बाबा यह तुम्हें खंडहर दिख रहा है अपनी आंखें खोलो ध्यान से देखो उस बूढ़े के यह कहते ही अचानक से वह मैरिज हॉल धूल मिट्टी से भरे खंडहर में बदल गया जगह-जगह मकड़ी के जाले थे फर्श पर गंदगी और टूटी फूटी चीजें बिखरी पड़ी थी सब डर से कांपने लगे और अगले ही पल पूरे में घना अंधेरा छा गया वो लोग मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने की कोशिश करने लगे लेकिन किसी का मोबाइल काम नहीं कर रहा था यह सब क्या हो रहा है य यह जगह तो हमें यहां से फौरन निकलना चाहिए डर से कांपते हुए सभी लोग तेजी से बाहर की तरफ भागने लगे लेकिन दरवाजे अचानक से बंद हो गए सबके दिल की धड़कने बहुत तेज हो चुकी थी ये दरवाजे खुल क नहीं रहे क्या हो रहा है भगवान के लिए हमें यहां से बाहर निकालो सच बताओ यह सब क्यों हो रहा है 1950 में यहां एक लड़की और लड़का शादी करने आए थे उनका नाम मनोज और शीला था वह अपने घर वालों से छुपकर शादी कर रहे थे पर लड़की का बाप एक शक्तिशाली तांत्रिक था तो वो यहां शादी रोकने आया लेकिन तब तक शादी हो चुकी थी गुस्से में उसने इस जगह को श्राप दे दिया कि यहां किसी की शादी नहीं होगी खासकर अमावस्या पर तो अलग ही तबाही होगी क्योंकि उस दिन भी अमावस्या थी मोहिनी ने चौक कर अपनी मां चित्रा की ओर देखा चित्रा ने अब एक राज खोला दरअसल मां बाप की कहानी है मेरी मां का नाम शीला था और पिता का मनोज और मेरे नाना तांत्रिक थे यह श्राप ही हमें यहां खींच कर लाया है और असल में मेरे नाना ने सिर्फ इस जगह को नहीं बल्कि अपनी बेटी को भी श्राप दिया था कि उसकी औलाद की शादियां तबाही लेकर आएंगी सुनील का गुस्सा भड़क गया और वह मोहिनी के पर नाना को कोसने लगा तभी अचानक बिजली वापस आई चारों तरफ का नजारा देखकर सबकी हालत खराब हो गई पूरे हॉल में जगह-जगह लाशें पड़ी हुई य ये लाशें कहां से आई हमारा अंत यही लिखा है अचानक अग्निकुंड की लपटे बढ़ने लगी जैसे उनमें कोई घी डाल रहा हो बढ़ते बढ़ते उन लपटों ने उस खंडहर मा मैरिज हॉल को जलाना शुरू कर दिया मोहिनी और सुनील की आंखों के सामने ही सारे लोग जलने लगे वो लोग भी मर जाना चाहते थे लेकिन आग ने उनको छुआ तक नहीं सब लोग और सारी चीजें जलकर राख हो गई उनकी शादी उनके खानदान की तबाही लेकर आई थी और भविष्य में भी यही होने वाला था क्योंकि यह श्राप उनका पीछा नहीं छोड़ने वाला था
11) https://youtu.be/f-BeycGVKkg?si=aoSp0_NIM2QHa9YG
हेलो दोस्तों यदि आप हमारे चैनल से नए जुड़े हैं तो हमारे चैनल एवी ला को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों में शेयर करें मोनिका हिंदी लेक्चरर से एमए कर रही थी इसलिए उसका ज्यादातर वक्त लाइब्रेरी में ही बीतता था उसे कई तरह की किताबें पढ़ने का भी शौक था इसलिए वहां से कोर्स की किताबों के साथ-साथ वह और दूसरी किताबें भी ले जाती एक बार वह अपने कोर्स की कोई किताब ढूंढ रही थी तभी उसे एक किताब मिली उस किताब पर बड़ा ही डरावना सा दरवाजा बना हुआ था दरवाजे के पास शमशान की जलती हुई चिता में से एक साया अपनी लाल आंखों से मानव पुस्तक पढ़ने वाले को घोररहा हो उस किताब को देखकर एक पल के लिए मोनिका को डर लगने लगा मगर वो फिर उत्सुकता वश उस किताब को उलटन पलटने लगी और उसने देखा कि मौत के रहस्य पर यह किताब लिखी हुई है नाइस इस किताब के अंदर भटकती आत्माएं और उनकी मुक्ति के कई रहस्य दफन है इसे पढ़ने में मजा आएगा तभी उसकी निगाह किताब पर लिखी हुई चेतावनी पर गई किताब पर बड़े-बड़े अक्षरों में आम इंसान को उस किताब से दूर रहने की चेतावनी लिखी हुई थी मगर कहते हैं ना इंसान को जिस काम के लिए मना किया जाए वो उसे जरूर कर है इसलिए मनिका ने तुरंत अपनी बाकी की किताबों के साथ उसे भी रख लिया घर पर आकर उसने अपनी बाकी की किताबों के साथ उस किताब को भी अपनी स्टडी टेबल पर रख दी और अपने परिवार के साथ भोजन करने लगी और फिर बातो ही बातों में उस किताब के बारे में भूल गई देर रात को जब वह अपनी बहन के साथ सो रही थी और किताब स्टडी टेबल पर रखी थी उस किताब पर बने हुए उस अजीब से चित्र में से रोशनी की किरण आने लगी ऐसा लग रहा था जैसे वह किताब जल रही हो वो किताब स्वयं उड़ते हुए मोनिका के पास पलंग पर आ गई कुछ देर बाद जब मोनिका ने पलंग पर उस किताब को देखा तो वह हैरान थी शायद निशू उस किताब को पढ़ने के लिए लेकर आई होगी मोनिका को किताब हाथ में आने के बाद नींद नहीं आ रही थी तो उसने किताब को पढ़ना शुरू कर दिया उस किताब में बहुत सारी बातें मौत के रहस्य से जुड़ी हुई थी उसमें एक भटकती हुई आत्मा का जिक्र था जो आकस्मिक मौत के कारण भटक रही है उसकी कहानी पढ़कर मोनिका के रोंगटे खड़े हो गए ऐसा लगने लगा मानो वो भटकती हुई आत्मा वहीं उसके आसपास ही मौजूद है अजीब सी आवाजें आने लगी कमरे के पदे हिल रहे थे खिड़कियों के फ्लड से अजीब सी आवाजें आ रही थी कमरे की सीलिंग पर उसे एक परछाई नजर आने लगी कौन है यहां कौन है मेरे सामने आओ निशू निशू प्लीज मजाक मत कर मगर जब उसकी बहन ने कोई जवाब नहीं दिया और कमरे में हलचल बढ़ने लगी तो डरते हुए मोनिका ने उस बुक को फेंक दिया और खुद चुपचाप लेट गई मगर नींद अब उसकी आंखों से कोसो दूर थी कमरे में हलचल लगातार हो रही थी कुछ देर बाद मोनिका को नींद ने अपने आगोश में ले लिया थोड़ी देर बाद जब उसकी नींद खुली तो देखा कमरे में घोप अंधेरा था कैसे हो सकता है क्योंकि मैंने तो कमरे की लाइट्स चालू छोड़ी थी और खिड़की से भी तो बाहर की रोशनी कमरे में आती है आज वहां भी अंधेरा क्यों है उसने पलंग पर अपने हाथों से फोन को टटोला जैसे ही फोन उसके हाथ में आया उसने देखा रात के 8 बज रहे थे रात के 8 बज रहे हैं मैं सो रही थी तब तो शायद रात के 2 बज रहे थे इसका मतलब मैं पूरा दिन सोती रही किसी ने मुझे उठाया भी नहीं ऐसा कैसे हो गया और यह निशु यूं तो सारा दिन चबर चबर करती रही है ऐसे कैसे अंधेरे कमरे में मेरे साथ सो रही है सोचते हुए मोनिका ने कमरे की लाइट चालू करने की कोशिश की मगर कमरे की लाइट चालू नहीं हो रही थी उसने खिड़की के पर्दे हटाकर कमरे में रोशनी करने की सोची मगर रोड पर भी लाइट नहीं जलने के कारण पूरा अंधेरा हो रहा था यह देख उसे बहुत हैरानी हो रही थी उसने अपने पास सो रही अपनी बहन नेश को उठाने की कोशिश की निशु निशु उठ जाना यार मुझे वैसे ही सब कुछ बहुत अजीब अजीब लग रहा है उठ ना यार मगर मोनिका की बात का जब निशु ने कोई जवाब नहीं दिया तो उसने उसकी चादर हटा दी जैसे ही उसने चादर उठाई निशु की जगह तक ये बिछे हुए थे निशु की बच्ची मैं समझ गई यह सब तेरी शरारत है मुझे डराने के लिए तूने मेरे फोन का टाइम आगे बढ़ाया और यह सारी लाइट्स की सेटिंग भी तूने ही की है ना कहां है तू बदमाश निशु मेरे सामने आ अपनी छोटी बहन निशू को आवाज देते हुए मोनिका अपने कमरे से बाहर निकली मगर पूरे घर में भी अंधेरा था प्लीज यार बहुत देर हो गई अब मेरे साथ ये मजाक करना बंद करो मां पापा निशु कहां हो आप सब लोग मेरे सामने आ जाओ वरना मैं अभी घर से चली जाऊंगी मैं मैं सच कह रही हूं मैं जा रही हूं कहते हुए मोनिका अपने घर के दरवाजे की ओर बढ़ने लगी और फिर दरवाजे पर दस्तक करते हुए दोबारा बोली मैं जा रही हूं आप सब लोग आ रहे हो या नहीं मोनिका के बार-बार बोलने के बावजूद भी किसी ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया अब डर के कारण उसकी हालत खराब हो रही थी उसने तो वापस दरवाजा बंद कर दिया और हॉल की लाइट जलाने की कोशिश करी मगर लाइट नहीं जल रही थी वह मोबाइल की रोशनी में ही एक कमरे से दूसरे कमरे में उन लोगों को ढूंढ रही थी मगर उसे पूरे घर में कोई भी नजर नहीं आया यह मजाक नहीं हो सकता निशु इतना गंदा मजाक मेरे साथ नहीं कर सकती और मां पापा भी उसका साथ ऐसे थोड़ी ना देंगे मगर फिर यह सब लोग कहां निशू को फोन लगाती हूं सोचते हुए उसने अपने फोन पर जैसे ही निशू का नंबर डायल किया फोन पर घंटी गई ही थी कि एक जलता हुआ साया ठीक उसके सामने से निकल वो डर से चीखने लगी मगर उसकी चीक सुन वो साया वहां से गायब हो गया था उसने निशु का नंबर डायल कर दिया था तो एक कमरे में उसका मोबाइल बजने लगा पूरे सुन घर में जब मोबाइल की आवाज गूंज रही थी तो मोनिका हाथ में मोबाइल की रोशनी लिए उस आवाज की तरफ बढ़ने लगी उस कमरे में भी पूरा अंधेरा था मोबाइल की आवाज और रोशनी पलंग के नीचे से आ रही थी उसने पलंग के नीचे झुककर वो फोन उठाया तो फोन गीला था उसने अपने मोबाइल की रोशनी में उस जगह को देखा तो वहां से खून बह रहा था उसने झुककर देखा तो वहां पर निशु की लाश थी जिसे देख मोनिका की चीख निकल गई वो खून उसके सर से बह रहा था उसने तुरंत उसका हाथ पकड़कर उस लाश को पलंग के नीचे से बाहर निकाला निशु निशु यह क्या हो गया तुम्हें किसने किया तुम्हारा यह हाल मां पापा वो लोग कहां है मां पापा आवाज देते हुए मोनिका उन लोगों को भी घर में ढूंढने लगी उसने मोबाइल की रोशनी से देखा कि पलंग के नीचे से खून बहता हुआ बाहर आ रहा है तुरंत उस पलंग के पास पहुंची और उसने नीचे झुक कर देखा तो उसके मां पापा दोनों की लाश पड़ी हुई थी उन दोनों के सर में भी चोट आई थी और खून सर से ही बह रहा था उसे कुछ समझ नहीं आया कि उसके घर वालों के साथ यह हादसा कैसे हो गया और वह ऐसे कैसे नींद में सोती रही कि उसे कुछ होश ही नहीं था उसे रोना आने लगा वह बहुत देर तक उन लोगों का हाथ पकड़े वहीं पर रोती रही कुछ देर बाद उसने सोचा अब पुलिस को खबर करनी चाहिए सोचते हुए उसने तुरंत अपना मोबाइल हाथ में लिया और पुलिस का नंबर डायल करने लगी मगर नंबर लगातार इंगेज जा रहा था गुस्से में वह खुद पुलिस कंप्लेंट करने के लिए घर से निकलने लगी मगर घर का दरवाजा उससे नहीं खुल रहा था तभी अचानक पूरे घर की लाइट बंद चालू होने लगी वह डर कर एक कोने में खड़ी हो गई और वही जलता हुआ साया उसे अपने सामने नजर आने लगा वह डर कर एक कोने में खड़ी हो गई उसकी लाल आंखें मोनिका को ही घोर रही थी उसने तुरंत आगे बढ़कर मोनिका की गर्दन पर दबाव बनाया और उसका सर दीवाल पर फेंक कर मार दिया मोनिका का सर भी अपने पूरे परिवार के लोगों की तरह फट गया कुछ पल के लिए उसकी आंखों के आगे अंधेरा हो गया मगर जब उसे होश आया तो उसने देखा उसके घर बहुत सारे लोग इकट्ठे हो गए थे उसकी बहन मम्मी पापा की अर्थी सज रही थी तीन लोग तो उसे पहचान में आ गए थे मगर चौथी अर्थी किसकी है यह देखने के लिए जैसे ही वह उस अर्थी के पास पहुंची वह झक गई क्योंकि वह उसी की अर्थी थी इसका मतलब वह भी मर चुकी थी मोनिका को अपनी मौत पर यकीन नहीं था वह पूरे घर में लोगों के पास जाकर उन्हें यकीन दिलाने की कोशिश करने लगी कि वह जिंदा है मगर आत्मा भी कभी किसी को यकीन दिला सकती है मोनिका की मौत के बाद व किताब उसके घर से गायब हो गई दूसरी तरफ लाइब्रेरी में कुछ बच्चे किताब को ढूंढ रहे थे पुने लाइब्रेरी में वही किताब नजर आने लगी जो निकिता अपने घर लेकर गई अब वो जलता हुआ साया दूर खड़े होकर निकिता और उसके परिवार को देखकर मुस्कुरा रहा था हेलो दोस्तों यदि आप हमारे चैनल से नए जुड़े हैं तो हमारे चैनल एवी लाइ को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों में शेयर करें
12) https://youtu.be/xvO2NHDzDkY?si=B9Ods1UrCjfUlxWR
हेलो दोस्तों यदि आप हमारे चैनल से नए जुड़े हैं तो हमारे चैनल एवी लाइ को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों में शेयर करें एक घना जंगल सूरज अकेले चल रहा है उसके हाथ में टॉर्च है और वह किसी की बात की परवाह किए बिना लगातार आगे बढ़ जा रहा है चलते चलते धीरे-धीरे उसके पैरों की गति बढ़ने लगती है उसे समझ नहीं आता कि यह क्या हो रहा है धीरे-धीरे उसके पैरों की गति इतनी बढ़ जाती है कि वह खुद को संभाल नहीं पाता और जमीन पर गिर जाता है और जैसे ही वह नजर उठाकर देखता है तो सामने एक हट्टा कट्टा आदमी खड़ा था सूरज उसका चेहरा देख पाता इससे पहले ही वह आदमी अपना पैर उठाकर सूरज के सिर पर मारता है और सूरज की खुल जाती है उसकी सांस फूलने लगती है वह इधर उधर देखता है शुक्र है यह तो सिर्फ एक सपना था कितना डर गया था मैं ऐसा कहकर सूरज फिर से सो जाता है अगले दिन ऑफिस में वह अपने दोस्त को अपने सपने के बारे में बताता है शाम को जब सूरज घर लौटता है तो गांव से उसकी मां का कॉल आता है बाड़ा कुठे आहि तू कब से कॉल कर रही हूं आई एम सॉरी आई वो मैं काम में था ना अभी घर पर आया हूं बेटा कब से गांव बुला रही हूं लेकिन तू है कि तुझे टाइम ही नहीं मिलता हां आई मैं जानता हूं बहुत दिन हो गए हैं पर तू चिंता मत कर अगले हफ्ते की छुट्टी की अर्जी दे दी है मैंने अगले हफ्ते कुछ दिन के लिए गांव आ रहा हूं चलो फोन रखता हूं मां ठीक है कुछ दिन बाद सूरज अपने गांव जाने की तैयारी करता है और अपने गांव के लिए बस पकड़ने निकल पड़ता है सूरज रात के तकरी 1 बजे गांव के बाहर बस स्टॉप पर पहुंचता है कोई सवारी नहीं मिलती है इसलिए वह पैदल ही चलने लगता है अरे यार इससे अच्छा तो मैं कल सुबह निकल जाता कम से कम तांगा तो मिल जाता आगे जाने के बाद सूरज को जंगल के बीच से एक रास्ता दिखता है जिससे गांव जल्दी पहुंचा जा सकता था सूरज ने सोचा कि लंबे रास्ते से जाने से तो अच्छा है कि जंगल के रास्ते से जाए इस तरह से वह जल्दी पहुंच जाएगा इसलिए सूरज जंगल के रास्ते से जाने लगता है कुछ देर आगे जाने के बाद हल्की हल्की हवाएं चलने लगती हैं सूरज को ठंड का एहसास होने लगता है यह अचानक मौसम इतना ठंडा क्यों हो गया सूरज ने घड़ी में देखा तो काफी देर हो गई थी व जल्दी-जल्दी चलने लगा तभी उसका पैर कीचड़ में पड़ा और वह फिसलकर जमीन पर गिर गया वह खुद को संभालते हुए जैसे ही उठा तो सामने एक अधेड़ उम्र का आदमी दिखा वो दिखने में हट्टा कट्टा था सर पर पगड़ी बड़ी मूछे धोती कुर्ता पहने हुए था जैसे कोई पहलवान हो उसे देखकर सूरज एक पल के लिए डर गया अभी तो यहां कोई नहीं था आप अचानक कहां से आ गए और और आप है कौन कहां जा रहे हो मैं तो अपने गांव जा रहा हूं लेकिन आप कहां जा रहे हैं मैं कहीं नहीं जाता यहीं रहता हूं आप यहां के वॉचमैन है अब मेरा मतलब चौकीदार है क्या कुश्ती खेलते हो सामने वाले आदमी ने अचानक से ऐसा सवाल पूछा तो सूरज कंफ्यूज हो गया उसे समझ नहीं आया कि वह क्या बोले कुश्ती नहीं लेकिन मैं एक बॉक्सिंग चैंपियन हूं मेरे साथ कुश्ती खेलोगे अरे नहीं नहीं अंकल आपकी उम्र क्या मेरी उम्र क्या सूरज ने बात को टालते हुए आगे बढ़ना चाहा लेकिन उस आदमी ने उसे रोक लिया सूरज के बार-बार मना करने पर उस आदमी का बर्ताव बदल गया उसकी आंखें खून की तरह लाल होने लगी और पूरा बदन काला पड़ने लगा उसके जिस्म पर घाव के निशान भी दिखने लगे यह सब देखकर सूरज की चीख निकल गई कौन हो तुम और मुझसे क्या चाहते हो मेरे साथ कुश्ती खेलो अगर तुम जीते तो जिंदगी भर तुम्हारा गुलाम बनूंगा और अगर मैं जीता तो तुम्हारी जान मेरी सूरज को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें उसने भागने की कोशिश की लेकिन उसके पैर मानो जमीन में थस गए हो वह अपनी जगह से हिल भी नहीं पा रहा था छोड़ दो मुझे मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है जाने दो मुझे अपनी जान बचाना चाहते हो तो मैदान में आ जाओ मैं इससे जीत तो नहीं पाऊंगा इससे बचने के लिए कोई और रास्ता अपनाना होगा नहीं तो यह मुझे नहीं छोड़ेगा मैं तुमसे कुश्ती करने के लिए तैयार हूं लेकिन मेरी एक आखिरी इच्छा है अगर तुम मेरी यह इच्छा पूरी कर दो तो मैं वादा करता हूं कि मैं तुम्हारे साथ कुश्ती करूंगा कौन सी इच्छा मैं आखिरी बार अपनी मां से मिलना चाहता हूं वह मेरी राह देख रही है उससे मिलने के बाद तुम जब मुझे बुलाओगे मैं आ जाऊंगा और अगर तुम नहीं आए तो मैं मैंने तुमसे वादा किया है मैं जरूर आऊंगा ठीक है लेकिन अगर तुम नहीं आए और अगर अपना वादा तोड़ा तो मैं तुम्हारे साथ तुम्हारे पूरे परिवार को खत्म कर दूंगा नहीं नहीं मैं जरूर आऊंगा ठीक है पा दिन बाद अमावस की रात है तुम रात 12 बजे आ जाना तब तक मैं तुम्हारी राह देखूंगा याद रहे तुम्हें वापस आना है भूत ने सूरज को छोड़ दिया सूरज दौड़ते हुए अपने घर गया और अपनी मां से मिला सूरज की यह हालत देखकर उसकी मां घबरा गई सूरज क्या हुआ बेटा तुम इतने घबराए हुए क्यों हो काहे साला सूरज ने सारी बात अपनी मां को बताई सूरज की बातें सुनकर शकुंतला के पैरों की जमीन खिसक गई वो डरते हुए बोली तू वहां वापस नहीं जाएगा बेटा नहीं जाएगा तू तुझे जो आदमी मिला था वो कोई साधारण आत्मा नहीं है वो एक प्रेत आत्मा है वो खबीस है खबीस मैंने तुम्हारे बाबा को खो दिया है अब तुम्हें खोने की ताकत नहीं है मुझ में मतलब क्या हुआ था बाबा के साथ शकुंतला ने बताया कि सूरज जब 5 साल का था तो उसके पिता बलराम इस गांव के जानेमाने पहलवान थे आसपास के गांव में ऐसा कोई नहीं था जो उन्हें टक्कर दे सके वह दिखने में तगड़े थे कुछ पहलवान तो उनके नाम से भी डरते थे हर अखाड़े में वह जीत कर आते थे और कुश्ती में जीते हुए पैसे गरीबों में बांट देते थे लेकिन वहां से वापस लौटते समय उन्हें देर हो गई इसीलिए वह जंगल के रास्ते से आए बीच में उन्हें उस खास ने रोक लिया और कुश्ती के लिए चुनौती दी क्यों पहलवान कुश्ती के नाम से डर गए या अपनी जान बचाने के लिए डर रहे हो अपने सामने आती चुनौती देखकर बलराम पहलवान ने चुनौती स्वीकार कर ली और उन दोनों में कुश्ती शुरू हुई खास से कुश्ती यानी अपनी मौत को आमंत्रण देना खास को हराना कोई आसान बात नहीं थी लेकिन उसके बाबा बचपन से जिद्दी थे उन्हें कुश्ती में हारना मंजूर नहीं था बहुत देर तक कुश्ती चलने के बाद आखिर में बलराम पहलवान जीत गया शर्त के मुताबिक अब खास को बलराम पहलवान का गुलाम बनकर रहना था लेकिन खास ने उन्हें एक चुनौती दी कुश्ती तो तुम जीत गए हो लेकिन जब तक तुम अपने घर नहीं पहुंच जाते तब तक मैं आजाद हूं घर जाते वक्त अगर तुमने पीछे मुड़कर देखा तो मैं तुम्हारी जान ले लूंगा बलराम पहलवान ने उसकी बात स्वीकार की और घर की ओर निकल गए रास्ते में खास ने उन्हें परेशान किया ताकि वो पीछे मुड़कर देख सके लेकिन बलराम पहलवान अपनी बात पर अड़े रहे और वह घर की चौकट तक आ भी गए थे लेकिन तभी खास ने अपना आखरी दांव खेला उसने सूरज के रोने की आवाज में बलराम पहलवान को आवाज लगाई बाबा बाबा बाबा अपने बच्चे की रोती हुई आवाज सुनकर बलराम एक पल के लिए सब कुछ भूल गए और पीछे मुड़ गए वो जैसे ही पीछे पलटे उन्हें पीछे खास दिखाई दिया वो वही चक्कर खाकर गिर गए उनकी तबीयत बिगड़ने लगी पहले उन्हें खून की उल्टियां होने लगी फिर उनका शरीर धीरे-धीरे कमजोर होने लगा उन्होंने बिस्तर पकड़ लिया दो दिन बाद उनका शरीर काला पड़ने लगा सड़ने लगा उनके शरीर पर घाव बनने लगे मौत की आखिरी रात उन्होंने सूरज की मां को पूरी बात बताई कि ऐ क्यों हो रहा है और अगली सुबह व इस दुनिया को छोड़कर चले गए तुम्हारे बाबा को ले जा चुका है वो उनकी आत्मा आज भी खबीस के पास कैद है अब मैं तुम्हें नहीं जाने दे सकती अपनी मां की बात सुनकर सूरज चुप हो गया उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें उसके पिता की आत्मा आज भी मुक्ति के लिए तड़प रही होगी यह बात सोच सोचकर सूरज का मन और भी दुखी हो रहा था फिर उसे एक बात सूझी वो एक तांत्रिक के पास गया और उसे सारी बात बताई बच्चे तू जिस आत्मा की बात कर रहा है वो कोई साधारण आत्मा नहीं है वो एक प्रेत योनी आत्मा है जिसे वश में करना असंभव है उसे केवल मुक्त किया जा सकता है तांत्रिक ने सूरज को एक पुरानी किताब दी जिसमें खास के बारे में पूरी जानकारी थी सूरज ने वोह किताब पढ़ी और आखिर में अमावस की रात आ गई अपने वादे के मुताबिक सूरज वहां गया आखिर तुम आ ही गए चलो अब कुश्ती करते हैं ऐसा कहकर खास ने अपने शरीर का आकार बढ़ाना शुरू किया सूरज मन ही मन बहुत डर गया लेकिन वह जानता था कि उसे क्या करना है वह जानता था कि 3:00 बजे के बाद खास की शक्तियां कम होने लगती हैं उसे 3:00 बजे तक अखाड़े में टिके रहना है जैसे ही दोनों में कुश्ती शुरू हुई आसमान में बिजलियां कड़कने लगी जंगल के जानवर चिल्लाने लगे सूरज को जीतता देख खास की आंखें गुस्से से और भी ज्यादा लाल हो गई धीरे-धीरे तीन बजने को आ गया खास की शक्तियां कम होने लगी इसी बात का फायदा उठाकर सूरज ने खास को जमीन पर पटक दिया हारने के बाद खास गुस्से से चिल्लाने लगा उसकी भयानक आवाज से सारा जंगल दहल उठा सब शांत होने के बाद खास ने सूरज से अपनी इच्छा बताने को कहा मेरी एक इच्छा है कि तुम इस प्रेत यनि से मुक्त हो जाओ और अपनी मुक्ति की ओर प्रस्थान करो अगले ही पल खास का शरीर राख में तब्दील होने लगा और उसके साथ ही वह सारी आत्माएं मुक्त होने लगी जिन्हें खास ने बंदी बना कर रखा था जिसमें सूरज के पिता की भी आत्मा
13) https://youtu.be/DQvEJOn2tTk?si=_dghRwNMnxvwNoUJ
हेलो दोस्तों यदि आप हमारे चैनल से नए जुड़े हैं तो हमारे चैनल एवी लाइ को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों में शेयर करें गंगानगर के बस स्टैंड पर गिरीश अभी अभी अपनी बस से उतरा था आज ऑफिस में उसके कॉलीग का जन्मदिन था उसके सेलिब्रेशन ही गिरीश को आज लेट हो गई थी रात के लगभग डेढ़ बज रहे थे रात के सन्नाटे में कुत्तों के रोने की आवाज साफ सुनाई दे रही थी बर्थडे पार्टी में उसने कुछ ज्यादा ही शराब पी ली थी इसलिए वह धीमे-धीमे लड़खड़ाते हुए कदमों से आगे की ओर बढ़ रहा था कि तभी उसे एहसास हुआ कि कोई साया उसके साथ उसके पीछे पीछे चल रहा है लेकिन वह इतने नशे में था कि उसने उस साहे पर ज्यादा ध्यान ही नहीं दिया वह कुछ देर में लड़खड़ाते हुए कदमों से अपने घर पहुंचा और अपने कमरे में जाकर लेट गया अभी उसकी आंख लगी ही थी कि उसे अपने शरीर पर कुछ भारी सा महसूस होने लगा उसने नींद में हल्के से अपनी आंखें खोली तो डर के मारे उसका पूरा शरीर पसीने से भीग गया उसके सीने पर एक गहरा काला साया बैठा था जो एक टकू से ही घूर रहा था देखने से वह किसी औरत का साया सा महसूस हो रहा था उसकी आंखें सुर्ख लाल थी वह गुस्से से उसकी ओर देख रही थी उसके सर से लगातार खून रीस रहा था ऐसे अपने सामने उस साय को देखकर गिरीश की रूह कांप गई उस साय ने अपने गंदे और लंबे नाखूनों से उसके चेहरे को खरचा वह दर्द से चीक उठा और उसने हड़बड़ा हुए अपने हाथों से उस साय को खुद से दूर धकेल दिया देखते ही देखते वो साया उसकी आंखों से ओझल हो ग डरते सहमते किसी तरह वह अकेले ही अपने कमरे में खुद को चादर में भींच कर लेटा रहा डर के मारे उसका पूरा शरीर कांप रहा था उसकी थकी हुई आंखों में उसका डर साफ झलक रहा था उसकी नींद अब उड़ चुकी थी कुछ देर बाद सुबह हुई और वह तैयार होकर ऑफिस के लिए निकल गया वहां पहुंचा तो पूरा ऑफिस बिल्कुल शांत था सबके चेहरे पर एक अलग सी उदासी छाई हुई थी मानो जैसे कुछ बहुत बुरा हुआ हो गिरीश ने अपने कॉलीग से सवाल करते हुए पूछा क्या हुआ आज सब लोग इतने शांत क्यों हैं कुछ हुआ है क्या यार कल रात कल रात कल रात क्या कल रात घर जाते हुए एक रोड एक्सीडेंट में प्रिया की मौत हो गई प्रिया की मौत की खबर सुनते ही गिरीश अचानक घबरा गया और उसे अपने साथ हुआ रात का हादसा याद आने लगा कहीं वह साया प्रिया ही तो नहीं थी हे भगवान यह सब क्या हो रहा है मेरे साथ भगवान उसकी आत्मा को शांति दे बहुत अच्छी लड़की थी हां भगवान उसकी आत्मा को शांति दे घबराते हुए गिरीश ने कहा व जाकर अब अपने डेक्स पर बैठ गया और अपना काम करने लगा उसे काम करते हुए कुछ देर हुई ही थी कि अचानक ऑफिस की लाइट चली गिरीश घबराया कि तभी वहां की सभी लाइट फ्लिका होने लगी गिरीश ने अपने दोस्तों को आवाज लगाई तो वहां कोई नहीं था कि तभी पायल के छन छन करते हुए कदम आगे आकर उसके पास रुक गए हल्की सी रोशनी में गिरीश को वह चेहरा साफ दिखाई दे रहा था व वही साया था जो उसे कल रात दिखा था गिरीश की रूह अब डर से कांप रही थी कौन हो तुम और क्यों मेरे पीछे पड़ी हो चली जाओ यहां से चली जाओ गिरीश इतनी जल्दी भूल गए तुम मुझे कल रात ही तो तुम मेरे साथ थे इतना कहते ही वह साया अचानक वहां से गायब हो गया गिर हड़ बड़ाता हुआ चिल्लाया तो ऑफिस के सब लोग उसे घोरने लगे वह बहुत घबराया हुआ था वह अपना बैग उठाकर सीधे अपने घर चला गया और खुद को अपने कमरे में बंद कर कर एक ही बात दोहराने लगा वो वो वापस आ गई नहीं छोड़ेगी वो मुझे नहीं छोड़ेगी मार डालेगी मुझे मार डालेगी गिरीश का शरीर पसीने से बुरी तरह भेक चुका था उसका पूरा शरीर किसी गर्म तवे की तरह तप रहा था वह आंखें बंद करके सोने की कोशिश करने लगा कि तभी उसे एक आवाज सुनाई दी उठो मुझसे बात करो ना मैं तुमसे मिलने के लिए तुम्हारे पास आई हूं उस आवाज को सुनकर उसने डरते हुए अपनी आंखें खोली तो व साया उनकी तरफ देखकर भयानक तरीके से मुस्कुरा रहा था इससे पहले कि गिरीश कुछ कर पाता व साया उसकी ओ देख और उसने अपने लंबे गंदे नाखूनों से उसके हाथ को बुरी तरह नोच डाला उसके हाथ का मांस निकल कर बाहर आ चुका था दर्द से बुरी तरह चिल्लाया कि तभी उसने अपने नाखूनों से उसके मांस को खींचा उसके हाथ से बुरी तरह खून टपक रहा था उसका पूरा बिस्तर खून से सन चुका था वह उसके मांस के टुकड़ों को अपने हाथ में लिए अपने गंदे दांतों से जबा रही थी गिरीश दर्द से पूरी तरह तड़प रहा था कैसा लग रहा है अब तुम्हें अच्छा लग रहा है ना गिरीश मुझे माफ कर दो मैंने तुम्हारे साथ गलत किया प्लीज मुझे माफ कर दो क्या क्या कहा तुमने माफ कर दूं तुम्हें जो तुमने मेरे साथ किया उसके लिए मैं तो क्या भगवान भी तुम्हें माफ नहीं करेगा बात कल रात की थी गिरीश न से में दूत था कि तभी उसकी गर्लफ्रेंड प्रिया उसके पास आई गिरीश मुझे तुमसे कुछ इंपॉर्टेंट बात करनी है प्लीज मेरे साथ चलो अरे क्या हुआ तुम है एंजॉय करने दो मुझे बाद में कर लेना एंजॉय लेकिन अभी प्लीज मेरे साथ चलो प्रिया बहुत ही परेशान लग रही थी गिरीश उसे लेकर ऑफिस के पास वाले जंगल की तरफ ले गया बोलो क्या बात करनी है तुम्हें खामखा मेरी रात खराब कर दी गिरीश मैं प्रेगनेंट हूं हमें जल्दी ही शादी करनी होगी वरना अगर मेरे घर वालों को यह बात पता चल गई तो वह मुझे जीते जी मार देंगे क्या क्या कहा तुम प्रेगनेंट कैसे हो सकती हो मेरे सामने यह फालतू की बकवास मत करो समझी ना मैं अच्छी तरह जानता हूं तुम जैसी लड़कियों को अरे हम जैसे अमीर लड़कों को पहले प्यार का नाटक करती हो और फिर किसी और का पाप लाकर हमारे माथे मर देती हो चलो निकलो यहां से यह सब क्या बकवास कर रहे हो तुम मेरे बारे में इतनी घिनौनी बातें आखिर तुम सोच भी कैसे सकते हो तुमने तो कहा था कि तुम मुझसे प्यार करते हो तुमने मुझसे शादी करने का वादा किया था और आज जब मैं तुम्हारे बच्चे की मां बनने वाली हूं तो इस बच्चे को किसी और का पाप कहकर तुम इस शादी से बचना चाहते हो बस बहुत हो गई तेरी यह बकवास चल निकल यहां से और अगर गलती से भी आज के बाद तूने मेरे सामने आने की हिम्मत की तो वह तेरा आखिरी दिन होगा समझी ना चल निकल यहां से तुम्हें क्या लगता है कि मैं इतनी आसानी से तुम्हें जाने दूंगी तुम इस तरह से मेरी जिंदगी बर्बाद नहीं कर सकते मैं सबको तुम्हारे बारे में बताऊंगी आज मुझे समझ आया कि तुम हमेशा सबसे हमारे रिश्ते को छुपाते क्यों रहे लेकिन अब मैं चुप नहीं रहूंगी मैं पुलिस के पास जाऊंगी तब तो तुम्हें मुझे और इस बच्चे को हर हालत में अपनाना ही पड़ेगा प्रिया के मुंह से पुलिस की धमकी सुनकर गिरीश बुरी तरह घबरा गया क्योंकि वह पहले से ही शादीशुदा था लेकिन शादी होने के बाद भी सिर्फ प्रिया से ही नहीं बल्कि और भी लड़कियों के साथ उसके अफेयर थे कोई भी लड़की उसकी शादीशुदा जिंदगी के बारे में कुछ नहीं जानती थी उसने पहले भी ऐसे कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी थी हर लड़की अपने परिवार की इज्जत बचाने के लिए खामोश होकर रह जाती थी लेकिन प्रिया चुप बैठने वाली लड़की नहीं थी इसलिए गिरीश उससे घबरा गया और प्रिया को फुसलाकर जंगल के बाहर रोड की साइड ले गया और जैसे ही रोड पर से एक ट्रक गुजरा उसने उस ट्रक के सामने प्रिया को धकेल दिया और खुद जंगल की तरफ भाग गया ट्रक वाले ने हॉस्पिटल ले जाकर उसे बचाने की भी कोशिश की लेकिन उस एक्सीडेंट में प्रिया की जान चली गई प्रिया की आत्मा अब इंसाफ के तड़प रही थी इसीलिए वह अपना इंसाफ लेने गिरीश के पास जा पहुंची थी वह गिरीश के शरीर के मांस को अब नोज नोज के खा रही थी वह बुरी तरह दर्द से तड़प रहा था देखते ही देखते उसके शरीर का खून पूरी तरह खत्म हो चुका था कि प्रिया की आत्मा ने अपने नाखूनों से उसके पूरे शरीर को बुरी तरह लनी कर दिया और बुरी तरह तड़पते हुए गिरीश ने उसकी आंखों के सामने अपना दम तोड़ दिया अब शायद प्रिया की रू शांत हो गई थी उसे अब उसकी जिंदगी तो वापस नहीं मिल सकती थी लेकिन उसने खुद ही अपने लिए इंसाफ जरूर कर दिया था हेलो दोस्तों यदि आप हमारे चैनल से नए जुड़े हैं तो हमारे चैनल एवी लाइ को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों में शेयर करें
14) https://youtu.be/6yKEYC_Fu4I?si=2IWI7xuFKbfWdlqQ
हेलो दोस्तों यदि आप हमारे चैनल से नए जुड़े हैं तो हमारे चैनल एवी लाइ को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों में शेयर करें रजत एक सरकारी मुलाजिम था इस कारण आए साल कहीं ना कहीं उसका ट्रांसफर होता रहता था जिस वजह से उसकी पत्नी राधिका भी बहुत परेशान रहती थी लंबी ड्राइव के बाद वह फाइनली अपने विला में पहुंच चुके थे जिसे गवर्नमेंट ने रजत के लिए अलॉट किया था प्लीज रजत रिक्वेस्ट करो अपने डिपार्टमेंट में कि अब वो तुम्हारा तबादला ना करें रिमी भी अब बड़ी हो रही है मैं बार-बार उसका स्कूल चेंज नहीं करवाना चाहती चिंता मत करो शायद अब दोबारा मेरा ट्रांसफर नहीं होगा अच्छी खासी पोस्ट मिल गई है अब मुझे तो काम यहीं पर होगा डोंट वरी सुनो आज घर की केर टेकर यहां नहीं है प्लीज आज तुम खाना बना लो ना क्या यार मैं पहले ही इतनी थक चुकी हूं ऊपर से अब खाना भी बनाऊं प्लीज ना यार बहुत भूख लगी है राधिका सफर के कारण बहुत थक चुकी थी इसलिए चिड़चिड़ा हुए वह किचन में खाना बनाने गई खाना बनाते बनाते अक्सर उसे गाना गुनगुनाने की आदत थी तो वो खाना बनाते हुए एक गाना गुनगुनाने लगी दिलविल प्यार व्यार मैं क्या जानू रे दिलविल प्यार व्यार मैं क्या जानू रे अरे यह कैसी आवाज थी इस घर में आवाज ईगो होती है क्या उस आवाज को सुनकर पहले तो राधिका थोड़ी घबरा गई लेकिन फिर वो उसे नजरअंदाज करती हुई दोबारा से वही गाना गुनगुनाने लगी की तो उसे फिर से वही दबी सी आवाज उसके पीछे-पीछे गाना गुनगुनाती हुई सुनाई थी नहीं यह मेरा वहम नहीं है जरूर कोई तो है यहां पर कोई तो है उस आवाज को सुनकर राधिका तुरंत पीछे मुड़ी तभी उसे लगा कि मानो अभी-अभी कोई काला साया उसकी आंखों के सामने से बहुत तेजी से गुजरा हो उसे देखकर राधिका बहुत घबरा गई रजत रजत जल्दी आओ कहां हो तुम रजत राधिका की इस तरह चिल्लाने की आवाज सुनकर रजत हड़बड़ा हुआ वहां आता है क्या हो गया सब ठीक तो है ना तुम इस तरह से चिल्ला क्यों रही हो व मुझे अभी ऐसा लगा जैसे कोई काली परछाई अभी मेरे सामने से गुजरी बहुत तेजी से ओ रियली ि का तुम्हें लगता है कि तुम यह सब बोलकर मुझे डरा पाओगी वैसे सच कहूं तो कोशिश अच्छी थी तुम्हारी लेकिन इस बार मैं तुम्हारी इस ट्रिक में नहीं फसू मैं मजाक नहीं कर रही हूं यार अच्छा वह सब छोड़ो खाना बन गया है ना चलो मैं खाना लेकर जाता हूं तुम प्लेट्स लेकर आ जाओ प्लीज नहीं अभी कहीं मत जाओ मेरे साथ ही चलना रजत राधिका और उनकी बेटी रिमी डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना खाते हैं राधिका रीमी को उसके रूम में ले जाकर सुला देती है व उसे सुलाकर अपने रूम में वापस आती है तो देखती है कि रजत गहरी नींद में सो चुका है वह अपने बिस्तर पर लेटकर सोने की कोशिश करती है कि तभी उसे दबी आवाज में वही गाना सुनाई देता है लविल व्यार व्यार मैं क्या जानू रे लाला ला ला ला ला ला ला ला ला कैसी हो राधिका उस आवाज को सुनकर राधिका हड़बड़ा करर अपनी आंखें खोलती है कौन कौन है यहां मैंने पूछा कौन है यहां राधिका के इस तरह से चिल्लाने पर अचानक रजत की नींद टूट जाती है क्या हुआ राधिका इतनी जोर जोर से चीक कर किससे बातें कर रही हो तुम रजत कोई है यहां पर उसने अभी वो गाना गाया मेरा नाम भी लिया और मेरा नाम भी पता है उसे रिलैक्स हो जाओ यार लगता है तुमने कोई बुरा सपना देखा है तुम डरो मत कोई नहीं है यहां रिलैक्स रजत के समझाने पर राधिका फिर से करवट लेती हुई सोने की कोशिश करती है कि तभी उसे रूम की खिड़की पर किसी के नॉक करने की आवाज सुनाई देती है इतनी रात को ये खिड़की कौन नॉक कर रहा है राधिका घबराते हुए बिस्तर से उठकर खिड़की के पास जाती है वो जैसे ही खिड़की पर लगे पर्दे को साइड करते हुए हटाती है तभी उसे खिड़की पर एक बेहद भयानक औरत नजर आती है जिसका पूरा चेहरा सफेद था और चेहरे पर जहां तहां कटने के निशान थे उसकी आंखें पूरी तरह से काली हो चुकी थी बिखरे बाल और लंबे नाखून मानो जैसे कोई चुड़ैल राधिका के सामने आ गई हो उसे देखकर राधिका की सांस ही अटक गई इससे पहले कि वह चिल्लाकर रजत को उठा पाती उससे पहले ही डर के मारे वह बेहोश होकर वहीं गिर गई सुबह जब रजत सोकर उठा तो उसने देखा कि राधिका खिड़की के पास जमीन पर गिरी हुई है उसने राधिका के पास जाकर उसे जगाने की कोशिश की तो राधिका बड़ी ही डरी सहमी सी हड़बड़ा हुई अचानक उठ खड़ी हुई वो आई थी रजत मैंने कल रात को देखा उसे यहां खिड़की पर लटकी हुई थी बहुत भयानक थी मुझे यहां कुछ ठीक नहीं लग रहा रजत प्लीज हम कहीं और चलते हैं यहां से राधिका यार क्या हो गया है तुम्हें जब से यहां आई हो तब से बहकी बहकी बातें किए जा रही हो कुछ भी तो नहीं है यहां और होता तो मुझे भी दिखता ना तुम ना यह हॉरर सीरियल्स देखना थोड़ा कम कर दो प्लीज मुझे ऑफिस के लिए देर हो रही है मैं जा रहा हूं राधिका को समझाकर रजत ऑफिस के लिए निकल जाता है राधिका का पूरा दिन उसकी बेटी के साथ अच्छी तरह से बीतता है दिन में तो उसके साथ पिछली रात जैसी कोई घटना नहीं घटती लेकिन शाम को अंधेरा होते ही उसे फिर से कुछ अजीब सा एहसास होने लगता है मानो जैसे कोई साया उसके साथ रहकर उस पर नजर रख रहा हो व सबको खाना सर्व करती है खाना खाकर रिमी को सुलाकर वह अपने कमरे में आकर बैठती है कि तभी रजत उससे कहता है यार सॉरी इतनी रात को तुम्हें परेशान कर रहा हूं लेकिन तुम प्लीज मेरी वह ब्लू वाली शर्ट निकालकर प्रेस कर दोगी क्या कल सुबह मुझे वह ऑफिस पहन कर जानी है कोई बात नहीं मैं कर देती हूं राधिका कबर्ड में रजत की ब्लू शर्ट ढूंढने लगती है अलमारी टटोल हुए अचानक कोई साया बुरी तरह से राधिका के हाथ को कस के पकड़ लेता है छोड़ो मुझे छोड़ो मेरा हाथ रजत बचाओ मुझे रजत दौड़कर उसके पास आता है वह राधिका को हल्का सा खींचता है यह क्या हो गया था अचानक तुम्हें किसने पकड़ लिया था तुम्हें रत इस अलमारी के अंदर एक हाथ था उसने बहुत जोर से मेरा हाथ पकड़ लिया था यार मुझे समझ नहीं आ रहा कि आखिर मैं तुम्हें कहूं तो क्या कहूं क्या बकवास है यह सब कभी अलमारी के अंदर किसी का हाथ होता है क्या कैसी नॉनसेंस बातें कर रही हो तुम तुम एक काम करो जाकर सो जाओ प्लीज मैं खुद ही शर्ट प्रेस कर लूंगा लेकिन मैं सच कह रही हूं रजत वो हाथ था वहां पर प्लीज बस करो यार सो जाओ तुम राधिका के बार-बार कहने पर भी रजत उसकी कोई बात नहीं सुनता लेकिन राधिका पहले दिन से ही अपने साथ लगातार हो रहे इन हादसों से बहुत डर जाती है वह दूसरे कमरे में सो रही अपनी बेटी रिमी को भी अपने कमरे में लाकर अपने साथ सुला लेती है ऐसे ही कुछ दिन बीतते हैं लेकिन आए दिन राधिका के साथ कोई ना कोई ऐसा हादसा होता ही रहता है वह रजत को बार-बार उस घर को छोड़ देने के लिए कहती है लेकिन रजत उसकी कोई बात नहीं सुनता कुछ समय के बाद एक रात रजत जागकर अपने लैपटॉप पर काम कर रहा होता है कि तभी उसे ऐसा लगता है कि मानो कोई औरत अभी-अभी उसके पीछे से गुजरी हो जिसने अपने पैरों में पायल पहनी हुई है उसे बार-बार किसी के पायल की छनछन की आवाज सुनाई देती है लगता है राधिका की वजह से मेरा दिमाग भी खराब हो गया है पता नहीं कैसे कैसे अजीबोगरीब भ्रम हो रहे हैं मुझे रजत उस पायल की आवाज को इग्नोर करने की बहुत कोशिश करता है लेकिन उसे बार-बार अपने पीछे से वही आवाज सुनाई देती है इस बार वह थोड़ा घबराते हुए पीछे की ओर मुड़कर देखता है तो उसे अपने सामने वही भयानक औरत दिखाई देती है जो उस रात राधिका को खिड़की पर दिखाई दी थी रजत उसे देखकर पूरी तरह से डर जाता है इतनी भयानक चुड़ैल जैसी औरत को अपने सामने देखकर रजत को कुछ समझ में नहीं आता वह जिस कुर्सी पर बैठा था उस कुर्सी से उठकर उस कुर्सी को ही उसके ऊपर फेंक कर मारता है और अपनी जान बचाकर वहां से भाग जाता है उस रात तो वह जैसे तैसे उस घर में हनुमान चालीसा का जाप करते हुए काट लेता है लेकिन अगले दिन वह अपने घर में एक तांत्रिक बाबा को बुलाकर लाता है इस घर की महक से मुझे इतना तो पता चल चुका है कि इस घर में कोई ना कोई ऐसी शक्ति जरूर है लेकिन तुम चिंता मत करो मैं तुम लोगों को खुश नहीं होने दूंगा तांत्रिक बाबा अपने हाथ में पकड़े कमंडल से जल लेकर घर में छिड़क हैं तभी उन्हें अपने आप कोई अंदेशा होता है और वह बड़े तेज कदमों से घर के अंदर वाले कमरे में जाते हैं जहां आज तक रजत या राधिका भी नहीं गए थे रजत भी बाबा के पीछे पीछे उस कमरे में जाता है क्या हुआ बाबा आप यहां क्यों आए हैं यहां तो हम लोग कभी आते जाते नहीं है इस कमरे के अंदर कोई तो राज छुपा है जिसे हमें ढूंढना होगा ध्यान से देखो हमें यहां कुछ ना कुछ जरूर मिलेगा वो दोनों बहुत देर तक उस कमरे में कुछ विचित्र खोजते हैं लेकिन उन्हें वहां कुछ भी नहीं मिलता तभी तांत्रिक बाबा फिर से अपने कमंडल का जल जमीन पर ड़कते हैं तो वह सारा जल कमरे में एक जगह जाकर इकट्ठा हो जाता है जब वह लोग वहां पर जाकर देखते हैं तो वहां कमरे के नीचे बने तहखाने का दरवाजा होता है ओ माय गॉड मुझे तो यह पता ही नहीं था कि इस घर में एक तहखाना भी है अब यह तहखाना ही उन आत्माओं के राज को खोलेगा जल्दी से नीचे चलो मेरे साथ तै खाने का दरवाजा खोलकर वह दोनों नीचे जाते हैं तभी वहां का नजारा देखकर उन दोनों के होश उड़ जाते हैं वहां पर दो इंसानी कंकाल पड़े हुए थे जिसमें से एक कंकाल एक जवान इंसान का तो दूसरा चार पाच साल के बच्चे का था तांत्रिक बाबा जल्दी से उन कंकालों पर अपने कमंडल का जल ड़कते हैं तभी उस तहखाने में किसी औरत और बच्चे की जोर-जोर से चिल्लाने की आवाजें आने लगती हैं तांत्रिक बाबा लगातार मंत्रों का उच्चारण करते हुए वहां पर अपने कमंडल से जल को छ ड़कते हैं तभी थोड़ी देर बाद वहां से आने वाली वो चीखें और तेज हो जाती हैं और वहां भयानक दिखने वाली औरत की आत्मा उनके सामने आ जाती है और काफी गुस्से में उन दोनों की ओर पढ़ती है चले जाओ यहां से इसे मेरी आखिरी चेतावनी समझना अगर तुम अभी के अभी इस तांत्रिक को लेकर यहां से नहीं गए तो मैं तुम्हारे पूरे परिवार को खत्म कर दूंगी कोई नहीं बचेगा यहां पर चिंता मत करो रजत मैं इसे तुम्ह कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाने दूंगा इतना कहकर तांत्रिक बाबा फिर से मंत्रों का उचार शुरू कर देते हैं तभी वह आत्मा बहुत बुरी तरह से चीखने चिल्लाने लगती है उसकी चीख से बेसमेंट में रखा सारा सामान जोर-जोर से हिलने लगता है वह अपनी शक्तियों से रजत के शरीर पर अपने लंबे पहने नाखूनों से घाव करने लगती है उन घावों से रजत के शरीर से खून बहने लगता है और दर्द के मारे वो जोर जोर से चिल्लाने लगता है अभी भी वक्त है रोक तो इसे वरना तुम्हारे साथ-साथ तुम्हारे पूरे परिवार का भी यही हाल करूंगी यह मेरा घर है और मैं अपने घर में किसी और को रहने नहीं दूंगी अपनी सलामती चाहते हो तो चले जाओ यहां से मैं तुम्हें कुछ नहीं करूंगी लेकिन अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी तो कोई नहीं बचेगा इस तांत्रिक को भी मार दूंगी मैं उस आत्मा के इतना कहने के बाद भी तांत्रिक बाबा मंत्र का उच्चारण करना बंद नहीं करते मंत्रों की तेज आवाजों से वह आत्मा अपने ऊपर हो रही पीड़ा से और ज्यादा क्रोधित हो जाती है और रजत को छोड़कर उसके परिवार को खत्म करने के लिए उनकी तरफ दौड़ती है लेकिन तांत्रिक बाबा उसे अपनी मंत्रों की शक्ति से उसी बेसमेंट में बांध लेते हैं तभी बाहर से रजत की पत्नी और बेटी की चीख की आवाज सुनाई देती है उनकी चीख की आवाज सुनकर वो आत्मा जोर-जोर से हसने लगती है कहा था ना मैंने कि इसे मेरी आखिरी चेतावनी समझो लेकिन तुमने मेरी बात नहीं मानी अब इसका कामिया तो तुम्हें भुगतना ही पड़ेगा उसकी यह बात सुनकर रजत बरी तरह से डर जाता है और तांत्रिक बाबा को सब कुछ रोकने के लिए कहने लगता है यह मेरे पूरे परिवार को खत्म कर देगी बाबा यह जो कहती है मान लीजिए लेकिन मेरे परिवार को बचा लीजिए तो तुम इसकी बातों पर ध्यान मत दो बेटा यह बस तुम्हें भ्रम में डाल रही है तुम चिंता ना करो मैं तुम्हारे परिवार को कुछ नहीं होने दूंगा इतना कहकर तांत्रिक बाबा मंत्रों का उच्चारण करते हुए जैसे ही अपने कमंडल से उस पर मंत्रों से अभिमंत्रित किया हुआ जल छिड़क हैं तो बाहर से आने वाली रजत की पत्नी और बेटी की चीखें बंद हो जाती हैं और उसी समय बेसमेंट में एक छोटे से बच्चे की चीखने की आवाज आने लगती है एक चार पा साल की दिखने वाली बेहद भयानक बच्ची उसके पास आती है उन दोनों की खों से पूरा घर ू उता है तभी तांत्रिक बाबा फिर से कुछ मंत्र पढ़कर उन पर कमंडल का जल ड़कते हैं तभी कुछ आखरी चीख के साथ वह आत्माएं आग की लपटों की तरह वहां से कुछ ही देर में गायब हो जाती हैं बेटा अब यह घर तुम्हारे लिए बिल्कुल सुरक्षित है अब तुम्हें यहां कभी कोई परेशानी नहीं होगी यहां पर जो अतृप्त आत्माएं सालों से भटक रही थी आज वह मुक्त हो गई हैं लेकिन बाबा वह कंकाल आखिर थे किसके और किसकी आत्माएं थी जो इतने सालों से यहां भटक रही थी बेटा अपनी दिव्य दृष्टि से मैंने यह जाना है कि लगभग 100 साल पहले यहां एक पति-पत्नी और उनकी बच्ची रहा करते थे लेकिन वो उस औरत की दूसरी शादी थी और वह बच्ची उसके पहले पति से से थी अपने पति की मृत्यु के बाद उसने दूसरी शादी की लेकिन उस आदमी के इरादे बिल्कुल ठीक नहीं थे उसे तो बस अंधे धन और ऐश्वर्य का मोह था वह धन दौलत पाने के लिए काला जादू और तंत्र विद्या का सहारा ले रहा था जिसके लिए उसने अपनी पत्नी और उसकी बच्ची की बलि दे दी तभी से उनकी आत्माएं यहां भटक रही हैं उन दोनों की बलि देने के बाद वह भी यहां पर ज्यादा दिन तक रह नहीं पाया और अपना मानसिक संतुलन खो बैठा तब थोड़े समय के बाद उसे पागल खाने में डाल दिया गया और एक साल के अंदर-अंदर उसकी भी मृत्यु हो गई वह आत्माएं खुद बहुत पीड़ा में थी इसीलिए बहुत खतरनाक हो चुकी थी उनकी मुक्ति बहुत आवश्यक थी तांत्रिक बाबा से यह सब जानकर रजत के रोंगटे खड़े हो गए लेकिन उस दिन के बाद उनके साथ उस घर में फिर से कोई ऐसी घटना नहीं घटी उन की जिंदगी में हुए इस हादसे को पूरे 5 साल बीत चुके हैं लेकिन आज भी जब उन्हें वह समय याद आता है तो उसकी सोच मात्र से ही उन दोनों की रूह कांप जाती है हेलो दोस्तों यदि आप हमारे चैनल से नए जुड़े हैं तो हमारे चैनल एवी लाइ को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों में शेयर करें
15) https://youtu.be/TmSScXBMm_s?si=NPUWpx8TFf3TZbiQ
शहर से बाहर स्थित शमशान में जलती हुई चिता के बीच बैठे हुए राजेश की आंखों से आंसू बह रहे थे रह-रह कर उसके कानों में अपने दोस्तों की आवाज गूंज रही थी अरे यह क्या लड़की पटाएगा यह तो खुद ही आधा लड़की है अरे तुम भी उसका मजाक उड़ा रहे हो यह बात ठीक नहीं है ईश्वर ने खुद उसके साथ मजाक किया है कहते हुए वो जोर-जोर से हंसने लगे बस करो तुम दोनों मेरा मजाक उड़ाना मेरे में कोई कमी नहीं है मैं भी गर्लफ्रेंड बनाऊंगा और देखना तुम दोनों की गर्लफ्रेंड से सुंदर होगी समझे तुम लोग बस कुछ ही देर में मुझे मेरी सपनों की मलिका मिल जाएगी जो इस दुनिया की नहीं होगी मगर सबसे अलग होगी नितिन और रोहित तुम लोगों की भी आंखें खोली की खोली रह जाएगी जब तुम लोग उसे देखोगे कहते हुए राजेश ने वह पूजा जारी रखी तभी शमशान का चौकीदार वहां आ गया यह आधी रात के वक्त यहां क्या कर रहे हो शराब पीकर उलल जुलु हरकत करने के लिए लोगों को शमशान ही नजर आता है चलो निकलो यहां से कहते हुए उसने अपनी पानी की बोतल से ब जलती हुई आग में पानी डाल दिया यह क्या किया तुमने तुम्हें यह नहीं करना था बस कुछ ही देर की बात थी मेरी पिछले सात दिनों की पूजा तुमने व्यर्थ कर दी चल निकल यहां से कहते हुए उसने राजेश को दरवाजे से बाहर धक्का दे दिया राजेश के वहां से निकलते ही वहां का माहौल बदल गया ठंडी हवाए चलने लगी और गहरी धों छाने लगी वहां पर अजीब सी खुशबू आ रही थी ये क्या हो गया कुछ भी नजर नहीं आ रहा है तभी थोड़ी सी धु टने लगी चौकीदार ने देखा सामने एक खूबसूरत सी लड़की खड़ी थी वह इतनी खूबसूरत थी कि वह कुछ देर पहले यहां पर जो कुछ भी हुआ उसे भूल चुका था इतनी हैरानी से क्या देख रहे हो कभी कोई खूबसूरत लड़की नहीं देखी क्या कौन हो तुम इतनी रात यहां पर क्या कर रही हो मैं कौन हूं कहां से आई हूं सब छोड़ो और अपनी इस रात को रंगीन बना लो कहते हुए उसने अपनी बाहे फैला दी चौकीदार सम्मोहित सा उसकी बाहों में समा गया मैंने आज तक इतनी खूबसूरत लड़की नहीं देखी उसकी आंखों में अभी भी महिला की खूबसूरती समाहित थी मगर चौकीदार को पता नहीं चला कि कब वो खूबसूरत महिला खतरनाक चुड़ैल में बदल गई उसने अपने दांत चौकीदार की ग में गढा दिए चौकीदार की चीख से पूरा शमशान गूंज उठा आओ मेरी बाहों में आओ आ जाओ कहते हुए वह जोर-जोर से हंसने लगी अगले दिन शमशान में इस तरह से हुई मौत और भोजन की सामग्री देखकर गांव वालों का शक शमशान में ही रहने वाले तांत्रिक पर गया यह तांत्रिक अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा इससे कितनी बार मना किया है इस तरह के कार्य ना करे मगर आज फिर इसने एक बलि दी है अब इसे इस गांव में रहने नहीं देंगे कहते हुए वो लोग तांत्रिक के पास पहुंचे तो उनकी बात सुनकर तांत्रिक हैरान हो गया मेरा यकीन करो मैंने कोई बलि नहीं दी बल्कि मैं तो सुबह ही आया हूं पास के गांव में पिछले सात दिनों से एक विशेष पूजा में सम्मिलित होने के लिए गया था चाहो तो फोन लगाकर पूछ सकते हो मगर शंभू की लाश तो शमशान में बहुत बुरी अवस्था में मिली है तांत्रिक गांव वालों के साथ वहां पर गया और उसने पूछ और शंभू की लाश को देखा तो घबराते हुए बोला असंभव यह नहीं हो सकता क्या नहीं हो सकता किसी ने यक्षण की साधना की है वह स्वर्ग से धरती पर आ चुकी है वह अपने बुलाने वाले को मार कर ही लौटेगी सब लोग सावधान रहे तांत्रिक की बात सुनकर सब लोग एक दूसरे की तरफ देखने लगे तांत्रिक ने यदि साधना नहीं की तो किसने की है दूसरी तरफ वो यक्षिणी खूबसूरत ल के रूप में राकेश के कमरे का दरवाजा खटखटा रही थी कौन हो तुम मैं हूं तुमने ही तो मुझे बुलाया है राकेश ने उसे देखा तो देखता ही रह गया मुझे अंदर नहीं बुलाओगे हां हां क्यों नहीं मैं तो भूल ही गया था आओ अंदर आओ वह लड़की कमरे के अंदर दाखिल हुई तो कमरे को देख रहस्यमई तरीके से मुस्कुराते हुए बोली तुम अकेले ही यहां रहते हो या कोई और भी यहां रहता है हां रहते हैं ना मेरे दोस्त यहां पर मुझे तुम्हें उन लोगों से ही तो मिलवा है रुको वे लोग आते ही होंगे वह भी तो देख ले कल तक जो मेरी हंसी उड़ा रहे थे उसके पास कितनी खूबसूरत गर्लफ्रेंड है तो तुमने मुझे अपने दोस्तों के लिए बुलाया है नहीं अब मैं तुम्हें कहीं जाने नहीं दूंगा मंजूर है मुझे दोनों बातें कर ही रहे थे तभी राकेश के दोनों दोस्त वहां पर आ गए अरे तू कहां था पिछले दिनों ना तो तू कॉलेज आया और ना ही रात को मिला तू तो उस दिन के मजाक के बाद गायब ही हो गया उन लोगों की बात सुनकर राकेश मुस्कुराने लगा और उसने यक्षिणी की ओर इशारा किया राकेश के कहने पर वे लोग यक्षिणी की ओर देखने लगे दोनों उसकी खूबसूरती में खो चुके थे कौन है यह तेरी बहन कहते हुए वह हंसने लगा बहन होगी तेरी यह तो तेरी होने वाली भाभी है क्या मजाक कर रहा है यार मैं मजाक नहीं कर रहा तुम्हें यकीन नहीं हो रहा तो तुम खुद उससे पूछ लो बोलो इन लोगों को कि तुम अब मेरे साथ यहां पर रहोगी तुम यहां मेरे लिए आई हो कोई शक अब से मेरा सब कुछ आपका है यक्षण के मुंह से यह सब सुनकर उन लोगों के मुंह खुले के खुले रह गए उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि राकेश जैसा साधारण सा दिखने वाला लड़का इतनी खूबसूरत लड़की को अपने काबू में कैसे कर सकता है रात का डिनर करने के बाद राकेश यक्षण को लेकर अपने कमरे में चला गया तुझे क्या लगता है राकेश सच बोल रहा है मुझे भी उसकी बातों पर यकीन नहीं है मुझे लगता है कि वो हम लोगों से झूठ बोल रहा है शहरों में आजकल किराए के गर्लफ्रेंड भी मिल जाती हैं हो ना हो यह शहर से किसी लड़की को पकड़ कर लाया है यदि ऐसा है तो हमारे पास भी पैसे की कमी थोड़ी है हम भी इसे हासिल कर लेंगे दोनों बातें कर रहे थे तभी नितिन को व यक्षिणी घर की छत पर नजर आती है वह नितिन को देखकर मुस्कुराने लगी और अपने करीब आने का इशारा करने लगी नितिन रोहित को बिना कुछ बताए उसके पीछे पीछे छत पर चला गया छत पर चांदनी रात की छटा बिखरी हुई थी हल्की हल्की हवा चल रही थी उसके उड़ते हुए बाल उसे और ज्यादा खूबसूरत बना रहे थे अच्छा हुआ जो तुमने मुझे बुलाया मैं भी तुमसे बात करना चाह रहा था बोलो तुम इतनी खूबसूरत हो तुमने उस राकेश में क्या देखा जो मुझ में नहीं है उसे छोड़कर मेरे पास आ जाओ मैं तुम्हें सारी खुशियां दूंगा क्या सच में तुम मुझे सारी खुशियां दे सकते हो हां हां एक बार मेरे करीब आकर तो देखो नितिन की बात सुनकर वो मुस्कुराते हुए नितिन की बाहों में आ गई नितिन ने उसे अपनी बाहों में कसकर पकड़ने की कोशिश की तो अचानक उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी क्योंकि यक्षिणी ने उसे अपनी बाहों में दबा लिया था छोड़ो मुझे छोड़ो क्यों तुम्हें मेरी बाहों में आकर अच्छा नहीं लग रहा हां कहते हुए वह अपने भयानक रूप में आ गई और उसने नितिन के शरीर का पूरा खून चूस लिया कुछ देर बाद नितिन का रास्ता देखकर रोहित को नींद आ गई तभी उसके कमरे के दरवाजे पर एक दस्तक हुई कौन है मैं हूं प्लीज दरवाजा खोलो इतनी रात गए तुम मेरे कमरे में कैसे जब से तुम्हें देखा है मैं तुम्हारे पास आना चाहती थी आओ मेरे पास आओ मगर राकेश भूल जाओ उसे मैं तुम्हारे मन की बात अच्छे से जानती हूं तुम भी मुझे हासिल करना चाहते हो ना बोलो मैं सच कह रही हूं ना उसकी बात सुनकर रोहित के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई वह सम्मोहित होकर उसकी बाहों में आ गया देखते ही देखते व यक्षिणी में बदल गई उसने रोहित के शरीर का पूरा खून चूस लिया अगली सुबह शहर में हड़कंप मचा था एक रात में शहर के बीचोबीच स्थित एक मकान में तीन युवाओं की मौत हो गई थी तीनों की लाश बड़ी ही बुरी अवस्था में मिली उस यक्षिणी ने अपने बुलाने वाले के साथ-साथ उस पर बुरी नजर रखने वाले को भी मार दिया किसी भी औरत पर बुरी नजर रखने वाले का यही हाल होता है
16) https://youtu.be/MeNwajdUNFY?si=GhEZWJZK5qdI28pF
अरे यार अदिति चल हमें यहां से निकलना है तू यहां बैठकर किताब क्यों पढ़ रही है अदिति का कोई जवाब नहीं मिलने पर सिमरन उसके पास जाती है और उसके कंधे पर हाथ रखती है अदिति की लाश लुड़क कर गिर जाती है सिमरन अदिति को देखकर डर जाती है और वो जोर से चिल्लाती है क्या हुआ क्यों चिल्ला रही हो आदिति आदिति आदिति रोहन आदिति की लाश को देखकर हैरान हो जाता है और वो सिमरन का हाथ पकड़कर वहां से भागने लगता है तभी वो गलती से अपना पैर उस किताब के ऊपर रख देता है अदिति की ऐसी हालत किसने की होगी यह देखकर ऐसा लगता है मानो जैसे कोई बुरी ताकत का काम हो हमें यहां से फौरन निकलना होगा तभी वो किताब रोहन और सिमरन के पैर में फस जाती है और दोनों गिर जाते हैं ये यह किताब यह वही किताब है जो आदिति ने अपने पास रखी थी रोहन और सिमरन उस किताब को देखने लगते हैं और देखते ही देखते किताब पर बनी वैश्या की तस्वीर अपना हाथ निकालकर रोहन का गला पकड़ लेती है दोनों यह देखकर डर जाते हैं अद रोहन का गला छुड़ाने की कोशिश करती है तभी वहां से वो वैश्या की तस्वीर गायब हो जाती है तुम ठीक तो हो ना ये सब क्या हो रहा है ये जरूर शापित किताब है ये औरत की तस्वीर अचानक गायब कैसे हो गई इस किताब ने ही आदिति की भी जान ली होगी आई एम शर तभी सिमरन और रोहन के ऊपर गाड़ी की हेडलाइट की रोशनी पड़ती है बाहर समीर गाड़ी लेकर आ चुका था सिमरन और रोहन को बाहर बुला रहा था अरे यार तुम लोग सब बाहर आ जाओ गाड़ी ठीक हो गई है चलो यहां से निकलना होगा सिमरन और रोहन उस किताब को वही छोड़कर गाड़ी की ओर भागते हैं वो दोनों जैसे लाइब्रेरी से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं वहां पर वह बैश आ जाती है और अपने पायल बजाने लगती है दोनों यह देखकर डर जाते हैं कौन हो तुम और हमें क्यों मार रही हो हम तो तुम्ह भी नहीं है हमें छोड़ दो हमें जाने दो हमें छोड़ दो तभी वो वैश्या सिमरन और रोहन का गला दबाने लगती है और दोनों को हवा में उठाते हुए कांच की खिड़की पर पटक देती है देखते ही देखते उन दोनों की मौत हो जाती है लाइब्रेरी के बाहर से समीर यह सब कुछ देख रहा था समीर अपने हाथ में एक ताबीज लेकर लाइब्रेरी के अंदर घुस तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगी मुझे पता था यह किताब खूनी है इसीलिए मैंने अपने दोस्तों को किताब लेने भेजा था ैया समीर को छू भी नहीं पाती है समीर किताब पर ताबीज बांध देता है और उस किताब को अपने साथ गाड़ी में रखकर ले जाने लगता है बेचारे मेरे दोस्तों को यह नहीं पता था कि यह सब मेरा करा धरा है अब मेरे पिताजी प्रोफेसर मंतोष पांडे का रिसर्च पूरा हो पाएगा विमलेश बाबू तुम्हारे पिताजी मौत के मुंह से बाहर आए हैं थोड़ा तो समय लगेगा पहले जैसा होने में यह खबर अब पूरे गांव में फैल गई कि डॉक्टर शैलेश के अस्पताल से कोई भी मरा हुआ नहीं लौटता मरे हुए इंसान भी जिंदा हो जाते हैं इसके बाद दो और पेशेंट्स आए जिन्हे मरे एक दिन से भी ऊपर हो चुका था लेकिन अस्पताल से लौटे तब वो जिंदा थे लेकिन अगर ऐसा हो सकता तब दुनिया में भगवान की जरूरत ही नहीं होती अब उस डॉक्टर के खतरनाक सच से सबको सामना करना था वो मरीज जो डॉक्टर शैलेश के अस्पताल से मरने के बाद जिंदा लौटते थे उन सब में एक चीज नोटिस की गई उन सबके अंदर से दिल के धड़कने की आवाज गायब हो जाती उनके पहले के व्यवहार और अब के व्यवहार में जमीन आसमान का फर्क होता वो शख्स अब ना तो किसी से बात करता ना खाना खाता ना पानी पीता फिर भी बिल्कुल स्वस्थ रहता चाहे उसे सेका हुआ लोहा भी जिस्म पर लगा दो उसे कोई फर्क नहीं पड़ता यानी कि यह सब महज एक जिंदा लाश साबित हो रहे थे इनके जीने और मरने में कोई अंतर नहीं था सरपंच के घर दो-तीन लोगों की आपस में मीटिंग हुई जहां सबने आपस में यह तय किया कि अगली बार जब भी कोई मरा हुआ पेशेंट उस अस्पताल के अंदर जाएगा तो हम सब अंदर से छुपकर देखेंगे कि वह डॉक्टर ऐसा क्या करता है तीन दिन बाद एक आदमी की मौत हुई और वह था विमलेश जिसने इस घटना को और दहला करर रख दिया दरअसल उसकी मौत का कारण थे उसके पिता उन्होंने विमलेश को ना जाने कब और कैसे मारा कि विमलेश की बड़ी भयानक मौत हुई उसकी लाश दो लोग अंदर अस्पताल में गए और अस्पताल में जाते ही डॉक्टर शैलेश ने उन्हें बाहर रोक लिया और कहा कि अंदर हम इसका इलाज करके जल्द बाहर भेज देंगे उधर अस्पताल के उस ऑपरेशन थिएटर वाले खिड़की से सरपंच और उसके दोनों दोस्त छुपकर उस डॉक्टर पर नजर रखे थे कि व असल में करता क्या है तभी उन्होंने देखा कि वो डॉक्टर शैलेश रे को बंद करने के बाद एक बैताल के रूप में आ गया जहां उसके दांत भी उसके मुंह से बाहर आ गए उसने सैलेश की छाती को फड़ा और उसमें से दिल निकालकर खाने लगा वह बड़ी बेरहमी से विमलेश के दिल को खा रहा था और बाद में उसकी छाती को टांके मारकर सिल दिया और तभी वो डॉक्टर एक मंत्र पढ़ने लगा भूतो सती नर्मदा आदमि मिलन कर्मठ मौत का संदेश तभी एक और प्रेत वहां आकर्षित हुआ और वो विमलेश के शरीर में घुस गया और विमलेश उठ खड़ा हुआ खिड़की से झाक रहे लोगों को उस डॉक्टर के भूत के बारे में पता चल चुका था और यही कारण था कि वो दूसरी भटकती आत्मा को शरीर प्रदान करता और उनमें से दिल निकालकर खा जाता यही कारण था कि जो लोग उस अस्पताल से जिंदा होकर लौटते उनके सीने से दिल के धड़कने की आवाज नहीं आती क्योंकि असल में तो दिल मौजूद ही नहीं होता यह काण जरूर उस चुड़ैल का है यह जरूर उसी ने किया तुम लोगों को जरा भी अकल नहीं है इतने से छोटे से मासूम बच्चों को खुद से अलग नहीं रखा करते उस चुड़ैल को मौका मिल गया अपना शिकार करने का ले गई बच्चे को आप चुप रहेंगी तो ज्यादा अच्छा होगा मैं अभी कह रहा हूं यह चुड़ैल का काम नहीं है जरूर किसी गांव वाले ने ही किसी दुश्मनी के चलते मेरा बच्चा अगवा किया है अरे नहीं मिथुन तुम समझ नहीं रहे हो य काम गांव वालों का हो ही नहीं सकता वैसे भी यह कोई पहली बार नहीं हुआ है गांव में से कोई बच्चा गायब हुआ हो हे भगवान मैं तो लुट गई मैं बर्बाद हो गई मेरे बच्चे वो वो कलम ही ना जाने मेरे बच्चों के साथ क्या करेगी कोई मेरे बच्चे मुझे वापस ला दो रूपा और मिथुन दोनों अपने कल के हुए जड़वा बच्चों के खोज ने के गम से पूरी तरह हताश थे उन दोनों को बिल्कुल समझ नहीं आ रहा था कि उनका बच्चा उन्हें दोबारा वापस मिलेगा या शायद मिलेगा ही नहीं रूपा और मिथुन को गांव वाले एक तांत्रिक के पास जाने की सलाह देते हैं बताते हैं कि उस तांत्रिक के पास बहुत सी काली शक्तियां हैं जिसके जरिए वो इस बात का दावा कर सकता है कि खोया हुआ बच्चा इस इस वक्त किस हालत में है ठीक उसी शाम वो दोनों गांव से सटे एक जंगल में तप कर रहे एक तांत्रिक के पास पहुंचते हैं और उनके साथ हुआ हादसा पूरे विस्तार में बताते हैं तुम लोग परेशान मत हो बस तुम लोगों को जैसा कहता हूं वैसा करते जाओ तांत्रिक उन दोनों के हाथ में खोपड़ी देता है और उन्हें 10 मीटर की दूरी में दक्षिण दिशा में बैठकर आंख बंद करने को कहता है वह दोनों तांत्रिक के कहे मुताबिक बिल्कुल वैसा ही करते हैं रूपा तुम्हें जब अपनी गोद भारी लगने लगे तो तुरंत अपने हाथ में रखे उस खोपड़ी को फेंक देना और मिथुन तुम्हें तब तक अपनी आंखें नहीं खोलनी है जब तक कि तुमसे कहा ना जाए रूपा अपनी आंखें बंद किए हुए चुपचाप बैठी थी वहां तांत्रिक लगातार अपने मंत्रों का उच्चारण कर रहा था कि तभी रूपा को एहसास होने लगता है जैसे कि उसकी गोद में वजन पड़ रहा हो रूपा तुरंत से उस खोपड़ी को जमीन पर फेंक देती है और अपनी आंख खोलती है उसे अपनी गोद खाली दिखती है वो तुरंत उस तांत्रिक की तरफ देखती है
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