1) https://youtu.be/R6Zc40AIIvA?si=AQyYyl_mctYudDVs
मां की प्यारी सीख चेतन अपनी मां के साथ एक बहुत अच्छे घर में रहता था वह बहुत अच्छा लड़का था और सदा अपनी मां का कहना मानता था चेतन की मां बहुत अच्छे पकवान बनाती थी चेतन को पकवान खाना बहुत पसंद था एक दिन चेतन की मां ने बहुत बढ़िया कुकीज बनाकर एक बड़े जार में रख दी और फिर बाजार चली गई बाजार जाने से पहले चेतन की मां उसको कह गई थी कि अपना गृह कार्य समाप्त करने की बाद वह कुकीज खा सकता है चेतन बहुत खुश हुआ उसने जल्दी से अपना गृह कार्य समाप्त करके अपनी मां के लौटने से पहले ही कुकीज खानी चाही इसीलिए वह एक स्टूल पर चढ़ गया फिर उसने जार के अंदर हाथ डालकर ढेर सारी कुकीज निकालने की कोशिश की पर जार का मुंह छोटा होने के कारण वह अपना हाथ बाहर नहीं निकाल सका उसी समय उसकी मां बाजार से लौट आई जब उसने चेतन को देखा तो वह हंसने लगी और अपने बेटे चेतन से कहा चेतन हाथ से ढेर सारी कुकीज छोड़कर केवल दो या तीन कुकीज हाथ में पकड़कर हाथ निकालो मां की बात मानकर जब उसने सिर्फ दो कुकीज हाथ में पकड़ी तब वह आसानी से अपना हाथ बाहर निकाल सका तब उसकी मां ने प्यार से कहा ऐसा करने से तुमने क्या सीखा चेतन ने कहा मैंने सीखा है कि किसी भी चीज का लालच अच्छी बात नहीं है हमें हर चीज उतनी ही लेनी चाहिए जितनी हमें जरूरत हो
https://youtu.be/L7luX73ik1Y?si=R1eRS5yk-eacUK5z
मां की ममता एक बंदरिया के पास दो बच्चे थे उसका बड़ा बेटा चिंटू सूरज से उतना अच्छा नहीं दिखता था जितनी कि उसकी छोटी बहन चिं अच्छी दिखती थी उसका बड़ा बेटा सदा यही सोचता था कि उसकी मां संभव है उसकी छोटी बहन को अधिक चाहती है क्योंकि वह देखने में कुरूप दिखता है पर ऐसा नहीं था बंदरिया मां तो दोनों को बहुत प्यार करती थी एक दिन अचानक बहुत भयंकर तूफान आया हवा आंधी बहुत जोर जोर से चल रही थी चारों ओर पेड़ और उनकी शाखाएं जोर की आवाज के साथ गिर रही थी बंदरिया मां बहुत भयभीत और चिंतित हो गई कि यदि वे उस स्थान से शीघ्र नहीं भागे तो उसे और उसके दोनों बच्चों को चोट लग सकती है अतः बंदरिया मां ने अपने छोटे बच्चे को उठाकर सीने से लगाया और वहां से इतनी तेजी से दौड़ पड़ी जितनी तेज वह दौड़ सकती थी बंदरिया मां का बड़ा बच्चा चिंटू भी बहुत अधिक डर गया था वह जल्दी से कूदकर अपनी मां की पीठ पर चिपक कर बैठ गया अब उसकी मां एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर कूदती हुई दौड़ रही थी तभी अचानक एक पेड़ की डाल टूट गई और वे तीनों नीचे गिर पड़े बड़ा बेटा चिंटू जो अपनी मां की पीठ पर था उसको तो बिल्कुल चोट नहीं आई परंतु छोटा बच्चा जो अपनी मां की गोद में था उसको नीचे गिरकर बहुत चोट लग गई थी और उसकी चोट से खून भी निकल रहा था इस कारण पंरिया मां अपने छोटे बच्चे के लिए बहुत चिंतित हो गई थी दूसरी ओर अपने बड़े बेटे को सुरक्षित देखकर बंदरिया मां प्रसन्न भी थी उसका बड़ा बेटा चिंटू दौड़कर गया और कुछ बेरी और पत्ते लेकर आया ताकि उसकी मां उसकी छोटी बहन के घाव पर उसे लगा सके बंदरिया मां अपने बड़े बेटे चिंटू को ऐसा करते देखकर बहुत प्रसन्न हुई और उसको अपने बेटे पर बहुत गर्व हुआ मां ने अपने बेटे को धन्यवाद देते हुए बहुत बार उसको प्यार किया और बार-बार चूमा वास्तव में बंदरिया मां अपने दोनों बच्चों से बहुत प्यार करती थी अब उसके बड़े बेटे चिंटू ने भी यह सीखा कि उसकी मां उसकी छोटी बहन के लिए इसलिए चिंतित थी क्योंकि वह बहुत छोटी है और अपने लिए कुछ भी नहीं कर सकती अतः वह बहुत ही ज्यादा खुश था कि उसकी मां उसको भी उतना ही प्यार करती है जितना उसकी छोटी बहन को करती है ब
https://youtu.be/dqqdrkw_68A?si=PGCG028Q4eu2uVGL
https://youtu.be/8aPrQErOsRQ?si=HglUFhZT999fuj7Z
https://youtu.be/16_M77JureA?si=Zs2kklq2Jjhw-4Eu
दो अच्छा पड़ोसी कौन एक जंगल में शेरों का एक परिवार रहता था शेर के बच्चे बहुत ही अच्छे और सभ्य थे अपने बच्चों को यह सिखाने के लिए कि क्या गलत है और क्या सही है शेर को बहुत कष्ट उठाना पड़ा था उन शेरों के परिवार के पास ही गीदड़ और गीदड़ नहीं अपने बच्चों के साथ पड़ोसियों के समान रहते थे गीदड़ के बच्चे बहुत ही जंगली और असभ्य ढंग से खेलते थे इस कारण शेर और उसकी पत्नी शेरनी ने अपने बच्चों को उनके साथ खेलने को मना कर रखा था परंतु गीदड़ के बच्चे शेर की मांद के पास आकर शेर के बच्चों से मित्रता करना चाहते थे पर शेरनी अपने बच्चों को सदा उनसे दूर रखती थी और गीदड़ के बच्चों को वहां से हटा देती थी शेर के बच्चों ने अपनी मां शेरनी से पूछा मां हम लोग गीदड़ के बच्चों के साथ क्यों नहीं खेल सकते शेरनी ने अपने बच्चों को समझाते हुए कहा मैं तुम सबको सदा बुरी संगत से दूर रखती हूं नहीं तो तुम लोग भी उनके समान दुष्ट हो जाओगे फिर कोई भी तुम लोगों को पसंद नहीं करेगा और ही तुम्हारे साथ खेलेगा एक दिन शेरनी मां ने सोचा कि हमारे बच्चों को शेरों के समान दहाड़ना आना चाहिए वैसे तो वे आपस में खू खूब खेलते हैं वे एक दूसरे की गलती पर हंसते भी हैं इधर गीदड़ के बच्चों ने देखा कि शेर के बच्चे दहाड़ में खूब आनंद लेते हैं अतः उन्होंने भी शेर के बच्चों के समान दहाड़ना चाहा पर वे गीदड़ के ही समान चिल्लाकर घराने लगे शेर के बच्चे भी गीदड़ के बच्चों को देखकर और उनका चिल्लाना सुनकर हंसी हंसी में उनके समान गीदड़ की आवाज में चिल्लाकर गुरने की कोशिश करने लगे इस प्रकार शेर के बच्चे गीदड़ के बच्चों की नकल करने लगे मां शेरनी ने सोचा कि वह अपने बच्चों को ऐसा करने से कैसे रोके वह उनको समझाते हुए कहने लगी यदि कोई तुम्हें ऐसा करती सुने तो वह सोचेगा कि जब तुम दूसरों की आवाज की नकल कर सकते हो तो तुम दूसरों की बुरी आदतों की भी नकल करोगे तुम्हें चाहिए कि पड़ोसियों की यदि बुरी आदतें हैं तो उनकी बुरी संगत से बचकर रहो शिक्षा सदा अच्छी संगत करो क्योंकि बुरे मित्र बुरी संगत में डालकर परेशानी में फसा देते हैं और इस प्रकार ढेरों शत्रु बन जाते हैं
https://youtu.be/Noysfu7FOFk?si=vVEe9euVG5CUijsl
एक प्रार्थना हे सृष्टि के सृजन हार तेरी महिमा अति महान पहाड़ नभ सूरज चांद और तारे दिखाते तेरे अद्भुत काम धरती पर पेड़ पशु पक्षी सारे सुबह शाम करते तेरा गुणगान हमें भी दे बुद्धि और ज्ञान तेरी करुणा पर हो अभिमान भेद भाव से दूर रहकर मानव धर्म को अपनाकर तेरे भय में जीना सीखें हम भी करें सबका कल्याण सदा बड़ों को आदर देकर उन सबसे आशीर्वाद लेकर जीवन में हम बढ़ते जाएं कठिनाइयों से ना घबराएं ना करें दुष्टता ना किसी का अपमान हमारा साहस केवल बने देश की शान ज
https://youtu.be/HG3PvC64_1U?si=PfgZVwwrObny-4Fx
मेरी पोती एक दिन मेरी पोती ने मुझसे पूछा यूं दादी मां आकाश से वर्षा होती है क्यों प्रश्न सरल होते हुए भी उत्तर बड़ा जटिल था क्योंकि उसको समझाना अपने में बहुत कठिन था फिर भी मैंने अपनी बुद्धि का भूगोल खोल दिया बोली मैं उससे ईश्वर ने नभ का नल खोल दिया हंसकर वह फिर बोली यं आप मुझे ना मूर्ख बनाइए सही सही मुझे भी इस बात को समझाइए उसको तब पानी और भाप से बादल बनने की विधि समझाई फिर भी उसको अच्छी तरह यह बात समझ ना आई हार मानकर हाथ पकड़कर उसे रसोई में लाई पानी गर्म कर पतीली में ढक्कन पर बूंदे दिखलाई तब जाना उसने जल से भरकर बादल बनते जाते हैं उमड़ घुमड़ कर पृथ्वी पर वर्षा को बरसाते हैं तब तपती धरती व्याकुल प्राणी वर्षा के जल से हरष हैं फिर सब आनंदित होकर धन्यवाद के गीत गाते हैं
https://youtu.be/CoC2vlQj9QQ?si=5Xz5Ipr-2DW199UL
पाच सबसे अच्छा मित्र कौन अध्यापक ने कहा अनुराग से अनुराग आपका सबसे अच्छा मित्र कौन है अनुराग ने कहा श्रीमान वैसे तो मेरी सबसे मित्रता है पर मेरा सबसे अच्छा मित्र विशाल है अध्यापक ने कहा अच्छा उसे आप अपना सबसे अच्छा मित्र क्यों कह रहे हैं सब छात्रों ने कहा एक स्वर से विशाल हम सबका ही सबसे अच्छा मित्र है अध्यापक ने कहा आप सब बारी-बारी से बताइए कि विशाल को आप सबसे अच्छा मित्र क्यों कह रहे हैं इस प्रकार आज हम सब एक अच्छे मित्र के गुण सीखेंगे अध्यापक ने कहा हां आशीष आप एक अच्छे मित्र का सबसे पहला गुण बताइए आशीष ने कहा जो सबसे मिलकर रहता है और किसी से लड़ाई झगड़ा नहीं करता अध्यापक ने कहा बहुत अच्छा अनुग्रह आप दूसरा गुण बताइए अनुग्रह ने कहा जो अपने से बड़ों का आदर करता है उनकी बात सुनता है और कभी किसी को बुरा नहीं कहता अध्यापक ने कहा शाबाश हां सक्षम आप कुछ बताएंगे सक्षम ने कहा जो आपस में ऊंच नीच या अमीर गरीब का भेदभाव नहीं करता वह नाश्ते के समय भी मन में किसी से कोई धर्म भेद की भावना नहीं रखता बल्कि सबके साथ मिलजुलकर खाता है अध्यापक ने कहा बहुत अच्छा विश्वास आप कुछ कहना चाह रहे हैं विश्वास ने कहा जो अपना काम समय से करता है और सदा अपनी कक्ष के साथियों की सहायता करता है एक दिन आपने कुछ प्रश्न घर पर करने को दिए थे उनमें से एक प्रश्न मुझे समझ में नहीं आ रहा था जब मैंने वह प्रश्न विशाल से पूछा तो उसने अपना समय निकालकर मुझे बहुत अच्छे से समझाया फिर मैंने वह काम अच्छे से कर लिया था अध्यापक ने ने कहा बहुत बढ़िया अब और किसी को कुछ बताना है हां समर्पित आप अच्छे मित्र का कौन सा गुण बताना चाहते हैं समर्पित ने कहा जो बिना पूछे कभी किसी की कोई वस्तु नहीं लेता यदि उसकी वस्तु बिना पूछे ले ली जाए तो क्रोध नहीं करता इस प्रकार मधुर बोलकर तथा बहुत सोच समझकर काम करता है अध्यापक ने कहा यदि विशाल सबका मित्र है तो आप सब भी उसके गुणों को अपनाने की कोशिश करें सब छात्रों ने कहा हम सब भी ऐसा करने का प्रयत्न करेंगे अध्यापक ने कहा अच्छा यह बताइए कि आज विशाल तो कक्षा में उपस्थित ही नहीं है ऐसा क्यों सब छात्रों ने कहा श्रीमान आज वह बीमार है इसलिए हम सब स्कूल के बाद उसे देखने जाएंगे अध्यापक ने कहा बहुत अच्छा बच्चों मैं भी तुम्हारे साथ चलूंगा और
https://youtu.be/-qRetRgrDtA?si=Ob_99TT0ziZzCrjw
https://youtu.be/YNG78Kz2N9s?si=VOamxe9_KgGHC7tr
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