Akbar and Birble
4) https://www.youtube.com/watch?v=O9trzzLosb0
शाही घोड़ा एक दिन नेपाल के राजा सूरमा नेपाली ने अपने मुख्यमंत्री को किसान के कपड़े लाने को कहा जिससे सुन वो चौक गया साजी तुम किसान के कपड़ों का क्या करोगे तुमको तो हल चलाना भी नहीं आता व पहन के अकबर के राज जाने को हम सुने उनके मंत्री बीरबल बहुत होशियार है तो मैं उसका परीक्षा लेगा हमारा सबसे ता शाही घोड़ा टट्टू उसको सवारी के लिए तैयार करो कुछ दिनों बाद राजा सूरमा नेपाली किसान के भेस में अपने शाही घोड़े पर दिल्ली की सीमा पर पहुंच गए वहां की व्यस्त जनता शोर शराबी से भरे बाजार खानपान का सम्मान देख वह काफी खुश हुए तभी उनके शाही घोड़े टट्टू ने उन्हें भूख के कारण आवाज लगाई टट्टू भूख तो हमको भी लगी है राजा ने यहां वहां देखा तो उन्हें एक तबेला नजर आया और वो उस ओर चल दिए वो जैसे ही वहां पहुंचे तो देखा कि एक क्रूर सेठ किसी विकलांग व्यक्ति को धक्के मारकर तबेले से बाहर निकाल रहा है चल निकल यहां से जेब में एक फुटी कौड़ी नहीं और आया घोड़ी चढ़ने वो विकलांग व्यक्ति जिसका नाम चंदू च मन था अपना सिर झुकाए वहां से निकलने लगा तभी राजा ने उसे रुका कर पूछा ओके भाइयों भाई साहब क्या हुआ वो सेठ तुमको धक्का क्यों मारते है जैसे ही चंदू ने राजा के घोड़े को देखा उसकी तो आंखें ही चमक गई अरे वाह आपका घोड़ा तो काफी सुंदर है व तो है ही पर तुम्हारा और उस सेठ का क्या बवाल है अरे अब क्या बताओ सेठ मुझे आगरा जाना था पर जैसे कि आप देख सकते हो मैं एक पांव से अपाहिज हूं तो इतनी दूर सफर करना मेरे लिए मुमकिन नहीं है राजा को उस व्यक्ति की हालत देख उस पर दया आने लगी हम समझ सकता है और उसके लिए सेठ जी से मैंने दरखास्त की कि मुझे कुछ घंटों के लिए घोड़ा उधार दे दो परंतु उन्होंने मेरी एक ना मानी और मुझे धक्के मार करर निकाल दिया उस लाचार को यूं रोता देख राजा को बहुत बुरा लगा और उन्होंने उसकी मदद करने का फैसला किया अच्छा अच्छा रो मत मैं आगरा ही जा रहा है तो तुम्हें मेरे घोड़े पर छोड़ देता हूं आओ बैठ जाओ फिर राजा सूरमा ने घोड़े से उतरकर चंदू को घोड़े के पीठ पर चढ़ाया और क्योंकि टट्टू भी थक चुका था और दो लोगों का बोझ उठाना उसके लिए मुश्किल होता इसीलिए राजा ने स्वयं पैदल ही सफर करने का फैसला किया रास्ते में दोनों ने एक दूसरे को अपने अपने जीवन की कहानियां और अनुभव बताए परंतु राजा ने अपनी असलियत अभी भी उससे छुपा कर रखी कुछ घंटों बाद जब वह आगरा पहुंचे तो राजा सूरमा बोले ओ संधू हम आगरा पोस गए आओ मैं तुम्हें घोड़े से उतरने में मदद कर देता हूं और तभी चंदू ने तो अपने तेवर ही बदल दिए अरे तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई कि तुम मुझे मेरे ही घोड़े से उतरने के लिए कहो यह सुन तो राजा सूरमा बिल्कुल हक्के बक्के रह गए क्या यह क्या के रहे तुम चंदू मौका देख चंदू ने और चिल्लाते हुए कहा अरे मैं तो तुम्हें बस आगरा तक रास्ता बता रहा था तुम्हारी मदद के बदले तुम मुझी से धोखाधड़ी करोगे शर्म आनी चाहिए तुम्हें एक विकलांग व्यक्ति की सवारी उससे छीन हुए ू ये क्या बकवास है मेरा घोड़ा तुम्हारा कब से बन गया तुम्हारी याददाश्त कम है क्या जब तुम मुझे दिल्ली शहर के बाहर मदद मांगते दिखे थे तभी से यह घोड़ा मेरा ही था नहीं यह घोड़ा मेरा ही मेरा है मेरा ही यह शोर शरावा सुन दोनों के आसपास भीड़ इकट्ठा होने लगी घोड़ सवार की हालत देख लोगों को भी उस पर दया आई और उन्होंने उसी का साथ दिया अरे रे क्या जमाना आ गया है लोग अब लाचार को भी लूटने लगे हैं देखो भाई मैं तो कहता हूं मारो इसे मारो मारो मारो भीड़ को अपने खिलाफ देख तो राजा को भी समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या कहे और तभी वहां दो सिपाही आ गए तुम दोनों का फैसला अब दरबार में होगा चलो दरबार पहुंचकर उन दोनों ने अपने अपने पक्ष बादशाह को सुना परंतु सूरमा नेपाली ने अभी भी अपनी हकीकत छुपाई रखी जिसके कारण वहां बैठे बीरबल को शक आने लगा कि यह व्यक्ति कुछ ना कुछ झूठ जरूर बोल रहा है परंतु चंदू के भाव भी कुछ ठीक नहीं थे जिसके कारण सच और झूठ बताना मुश्किल हो रहा था फिर क्या बीरबल खड़े हुए और उन्होंने घोड़े को अच्छे से परखा और उन दोनों से कहा एक काम करो आज के लिए इस घोड़े को तुम यहां दरबार में ही छोड़ जाओ और कल सुबह मैं खुलासा करूंगा कि तुम दोनों में से सच्चा मालिक कौन है यह सुन वे दोनों वहां से चले गए और बीरबल ने सोचा यह दोनों व्यक्ति तो अपने आप को साधारण बता रहे हैं पर यह घोड़ा यह तो शाही लगता है कहीं यह दोनों ही झूठ तो नहीं बोल रहे हम पता लगाना होगा उस शाम जब बल शाही बगीचे में तहल रहे थे तब उनके पास शाल ओढ़ा हुआ एक जासूस आया उसने बताई बातें सुन बीरबल चौक गए तो मेरा शक सही निकला इतना बड़ा झूठ अगली सुबह बीरबल ने चंदू और राजा सूरमा को शाही अस्तबल में बुलाया और कहा तो आप दोनों मानते हैं कि यह घोड़ा आपका है है ना हा देखा यह अब तय करना तो मुश्किल है परंतु क्योंकि आप दोनों यहां के मेहमान हो तो बादशाह अकबर के आदेश पर हम आप दोनों को एक-एक घोड़ा दे देते हैं कहो मंजूर है मंजूर है अरे ऐसे कैसे व सिर्फ एक घोड़ा नहीं मेरी सान सान उसे सुन चंदू ने भी अपने सुर बदल दिए हां हां उस घोड़े को मैंने बचपन से पाला है वो बस सवारी नहीं मेरा सहारा भी है हम यह तो अब मुसीबत बढ़ गई वो कैसे वो दरअसल हमारे अस्तबल में ठीक वैसे ही बहुत से घोड़े हैं अब तुम्हारे घोड़े को पहचानना मुश्किल होगा तो एक काम करो तुम दोनों एकएक कर अंदर जाकर खुद ही अपना घोड़ा ढूंढ लो चंदू पहले तुम जाओ और घोड़ा चुनने के बाद अस्तबल के पीछे इंतजार करना फिर क्या पूरे आत्मविश्वास के साथ चंदू भीतर तो गया पर अंदर जाते ही इतने सार रे हूबहू घोड़े देख वो उलझन में पड़ गया अरे रे अब इनमें से वोह कल वाला घोड़ा कैसे पहचानू इस पर माता पच्ची करके कोई फायदा नहीं अब कोई भी घोड़ा ले लेता हूं जाने दो फिर चंदू एक घोड़े की लगाम पकड़ उसे वहां से ले गया कुछ देर बाद राजा सूरमा अंदर आए और इतने सारे घोड़े देख चिंतित हो गए परंतु तभी उनकी नजर उनके चहीत सवारी पर पड़ी रहा टट्टू टट्टू पैसा ना मुझे अस्तबल के बाहर दोनों व्यक्ति अपने अपने घोड़ों के साथ खड़े थे तब बीरबल वहां आए क्यों कल वाला घोड़ा मिला या नहीं हां मिला चंदू मैं तुमसे नहीं राजा सुरमा नेपाली से पूछ रहा हूं उन्हें उनका घोड़ा मिला या नहीं यह सुन तो दोनों चौक गए और राजा सूरमा बोले बिरबल तो तुम्हें पता था मैं कौन है और यह मेरा ही घोड़ा है वो दरअसल इस घोड़े को देख में समझ गया था कि यह कोई शाही घोड़ा है पर क्योंकि राजा सुरमा ने अपनी असलियत छुपाई हुई थी तो कहना मुश्किल था कि यह शाही घोड़ा अब दोनों के पास कैसे आ गया था फिर मैंने तुम दोनों के पीछे एक जासूस छोड़ा और बिरबल जी वो चंदू तो चमन ही है पर वो किसान कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि राजा सुरमा नेपाली है वह राजा बिरबल जिस सच की तलाश में मैं इधर आया था वह मैंने देख लिया तुम वाकई बुद्धिमान है शुक्रिया राजा सुरमा पर जब तुम्हें पता ही चल गया था तो तुमने हमें घोड़ा चुनने क्यों भेजा दरअसल मैं बस जासूस की बताई बातों पर यूं ही यकीन नहीं कर सकता था तो पूरी तरह पक्का करने का यही तरीका था और ऊपर से इस चंदू चमन को सबूत के साथ भी तो पकड़ना था ये सुन तो चंदू डर से थरथरा नहीं लगा और बोला मुझे माफ कर दो बीरबल दरअसल मेरी विकलांगता की वजह से मुझे आने जाने में बहुत परेशानी होती है और नया घोड़ा लेने लायक मेरे पास पैसे भी नहीं है इसलिए मजबूरी में मैंने यह गलत कदम उठाया चंदू की इस बात पर बीरबल ने विचार किया और बोले हम गलती तो हुई है पर सिर्फ तुमसे नहीं हमसे भी वो कैसे दरअसल हमने हमारी दुनिया को बस स्वस्थ शरीर वालों के हिसाब से ही बनाया है जिसके कारण चंदू जैसे विशेष व्यक्तियों को इससे बड़ी दिक्कत होती है बिल्कुल सही है और हर राज्य का कर्तव्य होना चाहिए कि वेह ऐसे लोगों के लिए भी सुविधा प्राप्त करें तो हमारी आंखें खोलने के लिए शुक्रिया चंदू तुम यह घोड़ा रख सकते हो शुक्रिया बीरबल आप वाकई महान हो और आज ही मैं बादशाह से विकलांगों के लिए विशेष संरचना निर्माण करने की दरखास्त करूंगा उन सबने एक दूसरे को हाथ जोड़कर नमन किया और हमने यह सीखा कि हमें हमारी दुनिया हर किसी के लिए बनानी चाहिए
5) https://www.youtube.com/watch?v=rrgYsJ83A7o
तीन मुं वाली चुड़ैल का आतंक एक अमावस की रात पुष्पक नाम का सिपाही जंगल में भारी सांसे लेते ऐसे भाग रहा था कि मानो कोई खतरा पीछे पड़ा हो तब अचानक उसका पैर फिसला और वह जोर से जमीन पर गिर पड़ा फिर उसने ऐसा कुछ देखा कि उसकी आंखें फटी की फटी रह गई अगली सुबह जब दरबार में कुछ सैनिक पुष्पक को अधम हालत में ले आए फिर एक सेवक ने उस पर पानी डाला तो वो सिपाही तुरंत उठके चीखने लगा बचाओ बचाओ बचाओ बचा तो लेंगे पर किससे तीन मुंडी वाली चुड़ैल यह सुन तो सारे लोग चौक गए चुड़ैल यह कुछ नया है जरा विस्तार से बताना तो पुष्पक ने सभी को रात में हुई घटना के बारे में बताया जिसे सुन वहां खौफ का माहौल छा गया और शातिर मंत्री बोले अरे हां मैंने भी इस तीन मुंडी वाली चुड़ैल के बारे में सुना है कहां जाता है उसके सैनिक पति ने उसे धोखा दिया था जिसके बाद उसकी आत्मा सभी सैनिकों से बदला लेने के लिए भटकती है मैं इन बातों पर यकीन नहीं कर सकता तुम्हारा क्या जाता है मुसीबत तो इन सैनिकों को सैनी है ना शांत रहो आप सब हम किसी भी बात को बिना सबूत के स्वीकार या नकार नहीं सकते इसलिए आज रात राज्य में हम बंदोबस्त बढ़ाने का आदेश देते हैं तकलिया फिर क्या राज्य में सैनिकों की तादाद बढ़ा तो दी मगर तभी एक और सैनिक दौड़ते हुए आया भागो भागो भागो भागो उसे देख उसके सारे साथी डर गए और एक ने पूछा हसमुख क्या हुआ इतने डरे हुए क्यों हो पसीने से लटपट हसमुख ने अपने साथियों को बताया कि वो वो दरअसल जब वो राज्य की और आ रहा था तभी उसे घुंघरु की आवाज आने लगी बस फिर मैं यहां दौड़ते हुए आ गया यह सुन तो सारे सैनिकों के पसीने छूटने लगे हम दोनों की किस्मत अच्छी थी कि बच गए पर सभी बच जाएंगे यह कोई कह नहीं सकता बात तो सही है जैसे कि मुख्यमंत्री जी ने बताया यह चुड़ैल सिर्फ सैनिकों पर हमला करती है तो हम ज्यादा वक्त उसके चपेट से बच नहीं पाएंगे सही कहा इसलिए मेरी मानो तो बादशाह को रात में पहरेदारी करने से मना कर देते हैं अरे भाई सभी के परिवार वाले हैं हमें कुछ हो गया तो उनकी जिम्मेदारी कौन लेगा सही कहा यह क्या कह रहे हो राज्य की रक्षा करना हमारा फर्ज है अरे पर कोई चोर बदमाश हो तो समझ आता है युद्ध में भी वीर गति को प्राप्त हो जाए तो कोई गम नहीं पर यह तो चुड़ैल है हो सकता है हमारे बाद वह हमारे परिवार को भी सताने लगे सही कह रहे हो क्यों है ना भाइयों सही कहा सही कहा फिर क्या अगली सुबह सारे सैनिक दरबार पहुंचे और आज रात से पहरा ना देने का प्रस्ताव रखा क्यों पहरा नहीं दोगे यह कैसे मुमकिन है हमारे पास इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है बादशाह सारे सैनिकों को उनके परिवारों की भी चिंता सता रही है हां बादशाह अकबर मैंने सुना है वह चुड़ैल जिस सैनिक पर हमला करती है उसके परिवार को भी नहीं छोड़ती तो हमें इनकी बात मान लेनी चाहिए पर अगर रात में कोई सैनिक पहरा नहीं देगा तो चोर बदमाश तो फायदा लेंगे ही ऊपर से हमारे दुश्मन राज्य भी हम पर अचानक हमला कर सकते सही कहा हम कुछ नहीं जानते यह मसला हल होने तक हम रात में पहरेदारी करने नहीं जाएंगे बस नहीं जाएंगे नहीं जाएंगे सारे सैनिकों ने अपने हथियार डाल दिए जिसे देख बादशाह के पास उनकी बात मानने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था ठीक है यह देख बीरबल को बड़ी चिंता हुई अरे नहीं मुझे कुछ करना होगा कुछ देर बाद बीरबल उन दोनों चश्मदीद सैनिकों के पास पहुंचे और उनसे चुड़ैल के हुलिए के बारे में जानकारी मांगी ये बड़े बड़े दांत वो बड़े बड़े कान खूका राखे और तो और बस बस बस मैं समझ गया बस तुम में से कोई एक मुझे अपने सैनिकों वाले कपड़े दे दो ये सुन उन दोनों ने अपना सिर खुजा और बीरबल को अपने साथ आने को कहा कुछ देर बाद बीरबल सैनिक का वस्त्र पहने सुनसान सड़क पर आ गए यहां तो कुछ नजर नहीं आ रहा और तभी उन्हें सामने कोई लंबा चौड़ा इंसान दिखाई दिया कौन है वह अरे बाप रे यह क्या बला है क्यों तीन मुंडी वाली चुड़ैल अगर तुम में सचमुच अलौकिक शक्ति है तो आ जाओ आ जाओ इस गड्ढे से बाहर बीरबल ने आत्मविश्वास से अपने हाथों से धूल झाड़ी और तभी उनके कंधों पर किसी ने थपथपा आया बीरबल मुड़े तो यह देखकर दंग रह गए कि चुड़ैल उनके सामने थी हां ये ये कैसे मुमकिन है अगली सुबह पुष्पक दौड़ते हुए दरबार में आया बिरबल नहीं रहे बिरबल नहीं रहे क्यों क्या अरे वाह मेरा मतलब क्या हां रात को व मेरे सैनिक के कपड़े पहन के तहकीकात करने गए थे और तब से उनका कोई पता नहीं लगता है चुड़ैल ने उन्हें खत्म कर दिया यह सुन तो सारे मानो शोक में डूब गए और तभी बीरबल मिट्टी से लथपथ वहां आ पहुंचे उन्हें देख सारे लोगों ने राहत की सांस तो ली सिवाय पुष्पक के बीरबल आप जिंदा हो बिल्कुल तुम्हें सजा दिए बिना मैं कैसे जा सकता हूं तीन मुंडी वाली चुड़ैल यह सुन तो सारे लोग चौक गए और पुष्पक बोले यह आप क्या कह रहे हो सच और सच के सिवा कुछ नहीं तो अब तुम भी सच बता दो क्योंकि तुम्हारे दूसरे साथी ने तो सच उगल दिया है साथी कौन सा साथी यह है पुष्पक का साथी हसमुख ये देख तो सारे चौक गए और पुष्पक के तो पांव कांपने लगे वाह बिरबल पर तुम्हें इनके बारे में पता कैसे चला वो दरअसल जब मैं कल इन दोनों से चुड़ैल की जानकारी लेने गया तब हसमुख के मुंह से प्याज की बदबू आ रही थी और बाद में जब मैंने उस चुड़ैल का सामना किया तो पहले तो उसके मुंह से कोई बदबू नहीं आई फिर जंगल में अचानक प्याज की बदबू आने लगी जब मैं सवेरे होश में आया तो मैंने उस गड्ढे में रस्सी पहले से ही छुपा के रखी थी क्या पता कब कौन सी गड़बड़ हो जाए फिर उस रस्सी के सहारे बाहर आने के बाद मैंने सोचा अब तक उस चुड़ैल को बस दो ही लोगों ने देखा है और चुड़ैल के मुंह से ठीक वही बदबू आ रही थी जो हसमुख के मुंह से आ रही थी तो हो सकता है इनका कोई संबंध हो फिर मैं जब सिपाहियों के सोने के स्थान पर पहुंचा तो मैंने देखा कि ये दोनों के पांव के नीचे की मिट्टी एकदम ताजी थी और उसमें वही घास लगी हुई थी जो जंगल में है अरे अगर जब सिपाही रात को पहरेदारी करने गए ही नहीं तो यह कैसे मुमकिन था फिर मैंने हसमुख को नींद से उठाया और तहखाने ले जाके अच्छे से पूछताछ की तो वो पोपट की तरह बोलने लगा बहुत बढ़िया बीरबल पर इन सैनिकों ने ऐसे क्यों किया वो दरअसल यह सैनिक है ही नहीं क्यों यह तो दुश्मन राज्य के द्वारा भेजे गए जासूस थे जिनका काम था हमारे सेना में घुसकर उनका मनोबल तोड़ देना ताकि मौका देख वह रात में हम पर हमला कर सके यह सुन तो सारे लोग चौक गए और बादशाह बोले वाह बीरबल आज तो तुमने हमारे राज्य को एक बहुत बड़ी मुसीबत से बचा लिया है तुम्हारा यह एहसान हम कभी नहीं चुका सकते यह सुन सारे लोग तालियां बजाने लगे और हमने यह सीखा कि अफवा को स्वीकारने से पहले उनकी जांच कर लेनी चाहिए
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