Horror Story

1) https://youtu.be/1hxKZHaLmz0?si=eawhMYuDbMKyCg7F

कि अ का स्वागत है बाहर की दुनियां से लुट बंद एक पॉइंट रॉय करो फोन लगाइए लाभ देने वाली औरत और एक दो अजय को कि यह कहानी जैसे का नाम की एक लड़की की है जैसे का एक बेहद गरीब परिवार की लड़की थी उसकी मां तभी गुजर गई थी जब वह आठ साल की थी घर में वह उसका भाई और उसके पापा रहते थे उसके पापा अक्सर शराब पीकर जैसे का को मारा करते थे एक दिन यह सब इतना ज्यादा बढ़ गया कि जैसे का को अपने छोटे भाई को लेकर अपने घर से भागना पड़ा वह दोनों बच्चे नागपुर से भागकर अब वार किए हैं कि 15 साल की सेक्सी कहानी भागने का डिसीजन तो ले लिया था मगर वह अपना और अपने नौ साल के भाई का ध्यान एक अनजान जगह पर कैसे रखेगी यह नहीं जानती थी कि जैसे का और उसका भाई जॉन एक चर्च के सामने बैठ गए और वहीं लोगों से भीख मांगने लगे तभी उधर से गुजर रही एक ने उन दोनों बच्चों को देखा और उससे बात करने आ गई है कि जैसे कहानी उसने को सब कुछ बताया और उसने को उन पर बहुत तरस आ गया ए बून है अपने साथ उस चर्च में ले गई और जैसे का और जॉन ने वहीं रहना शुरू कर दिया जेसिका ने जॉन का एडमिशन चर्च के ही एक स्कूल में करवा दिया और वह खुद एक प्रिय ग्रुप की पार्ट बन गई कि जल्द ही जैसे का का पूरा झटका आफ गोल्ड की तरफ हो गया और चर्च ने उसे भी एक लाइन बना दिया मगर नन बनने के बाद जैसे का के साथ कुछ ऐसा होना शुरू हो गया जो उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था एक रात जैसे कि आपने रूम में सो रही थी है तो उसे अचानक दौरे पड़ने लगे वहां से चीखने लगी जैसे कोई सेट बहुत जोर से मार रहा हो जब बाकी के नान इस उसकी आवाज सुनकर उसके कमरे में आई तो वह हैरान रह गई हैं है जैसे कागज शरीर अकड़ा पड़ा था और उसकी आंखें बिल्कुल सफेद हो गई थी वह दर्द से चिल्ला रही थी मगर उसकी आवाज उसकी नहीं बल्कि किसी आदमी की आवाज लग रही थी कि देखकर एक नन ने जैसे का पर हुई वाटर डाल दिया और जेसिका की स्किन से धुआं निकलने लगा कि उन्हें बहुत कुछ ही पलों में वह शांत हो गई इस हादसे के बाद से जैसे का कि तबियत खराब रहने लगी उसके बर्ताव में काफी बदलाव आ गया था कि वह चर्च में आती ही नहीं थी और देर रात तक कॉरिडोर में अकेले घूमती रहती थी कभी वह बेवक्त हंसने लगती तो कभी कभी किसी आदमी की आवाज में अजीब-अजीब सी आवाजें निकालती कभी किसी पर जोर से दहाड़ थी जैसे कोई जानवर को तो कभी पुणे में बैठी रोती रहती हैं कि चर्च के सभी लोगों को समझ आ गया था कि जेसिका प्रॉसेस हो चुकी है इसलिए उसके इग्नोर सिस्टम के लिए सभी ने तैयारी करनी शुरू कर दी थी मैं इग्नोर सिस्टम की रात जुवेंतस जैसे का के रूम में उसे देखने गई तो जैसे का वहां थी ही नहीं ए वूमेन उसे पूरे कमरे में गूंजने लगे मगर जैसे युवा कहीं नहीं थी ओ थे लेकिन जैसे ही वह लाभ वापस जाने के लिए मुड़ी उसका दिल बुरी तरह दहल उठा जैसे का एक काला गाऊन पहने दीवार से चिपकी पड़ी थी क्रिश्चियनिटी में काले कपड़े लोग तब कहते हैं जब कोई मर जाता है जिसका के मुंह से खून निकल रहा था वह जानवर की तरह आर्य आवाज में पहाड़ की थी अचानक बॉस ने उन पर टूट पड़ी इतनी ही देर में जेसिका के कमरे में बाकी सब दिया गए और उन्हें देखकर जैसे का पागलों की तरह चूसने लगी कि गॉड की रिजल्ट करें कि इस फर्क जैसे ही पूरी वाटर आह तो उत्तर से अच्छी होती और खुद को एक दर्ज़न से बचाने के लिए वह अपने कमरे की खिड़की से नीचे झुक गई थी कि जेसिका की जान तो बच गई मगर उसकी रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से डैमेज हो गई कि हैं जिसकी वजह से वह फिर कभी चल नहीं पाई इसके बाद जैसे कागज और सिस्टम होना काफी आसान हो गया था लेकिन जब तक उंच के लोगों ने उसे ज़ोर सिस्टम शुरू किया तब तक उसके अंदर का डबल उसके अंदर से जा चुका था है जैसे कुछ चर्च के ही एक हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया मगर प्रीस्ट जानना चाहते थे कि आखिर जेसिका के साथ यह सब क्यों और कैसे हुआ और भूनने जैसे का को हिप्नोटाइज करने का सोचा और एक छोटी सी इन्वेस्टिगेशन टीम बनाकर पता लगाने लगे कि आखिर हुआ क्या था काफी ढूंढने के बाद उन्हें यह पता चला कि जेसिका की मां एक कल्ट मेंबर की एक ऐसे कल्ट की मेंबर जहां काला जादू करने वाले और डबल की पूजा करने वाले लोग है जैसे का कि मां ने डेविल को खुश करने के लिए कई सारी प्रक्रियाएं भी कि जब जैसे का छोटी थी तब जैसे का अभिमान है जैसे का के शरीर का इस्तेमाल करने की भी कोशिश की थी मगर जैसे का के पापा ने आकर उसे बचा लिया था है लेकिन शायद तब तक देर हो चुकी थी 4 साल की जेसिका किसी अजीब लैंग्वेज में कर सच बोलने लगी थी उसका चेहरा खराब ना हो गया था और उसने कहा कि वही अपने पापा की मौत का रिवीजन बनेगी और उनकी मौत के बाद ही वे विल का असली रूप इस दुनिया में आ जाएगा अपना काला जादू उल्टा हो जाने की वजह से जैसे कर की मां की डेथ हो गई और जैसे कि आप जानते थे कि जैसे का मैं भी विल रहा है इस लिए धीरे-धीरे वह से दूर होते चले गए और उससे नफरत करने लगे थे कि जिस राज्य से का अपने भाई को लेकर घर से भागी अपने पापा की शराब में जहर मिलाकर आई थी और उसके पापा की मौत भी हो गई थी कि उसके बाद से जैसे का प्रोसेस हो गई इसका मतलब यह था कि जैसे का को पॉज इस खुद दिल्ली किया था कि यह सब जानने के बाद पृष्ठ का दिल बुरी तरह दहल उठा और उन्होंने जैसे का के भाई जॉन को अपने पास बुलाया तब उन्होंने देखा कि जॉन की पीठ और हाथ पर अजीब से निशान बने हुए थे कि वह समझ गए थे कि जैसे कि आप भी अपनी मां की तरह को सेंट होकर डेविल की पूजा करने लगी थी और अपने भाई का शरीर किसी पूजा के लिए इस्तेमाल कर रही थी ना कि यह सब पता लगने के बाद पुलिस ने जैसे का पर कई सारे गुण सूजन किए मगर जैसे कि तबियत दिन-ब-दिन बिगड़ती गई थी है और आखिर में उसकी मौत हो गई कि जॉन की पूरी जिम्मेदारी चर्च ने ले ली है है और जैसे का कि मर जाने के बाद भी चर्च के लोग उसकी मुक्ति के लिए प्रेरित करने लगे ये कैसी लगी आपको यह कहानी क्या आप सिविल लाइन के ऊपर एक ओरिजिनल सीरीज देखना चाहेंगे हमें कमेंट करके जरुर बताइए और कहां खूनी मंडे को जल्दी से सब्सक्राइब कर लो और बैल आइकन प्रेस कर दो ताकि अगले हफ्ते हमारी नई वीडियो आए और आपके पास तुरंत नोटिफिकेशन आ जाए मिलते हैं अगले हफ्ते हैप्पी न्यू ईयर इव

https://youtu.be/RYtT4rZLors?si=mk2Yn3ydQvp7rN1k

https://youtu.be/CGTgf2F7GwQ?si=zZa1vHWkhB1MX7Pb

कि इतने दिनों से मेरे जैसा भूतों की कहानियां देख रहे हो लेकिन अभी तक सबस्क्राइब नहीं किया क्यों इसकी सजा मिलेगी गाइस हमारी रेमिडी भूतों की सदस्य बच्चों और जल्दी से हमारा चैनल खूनी मंडे सब्सक्राइब करो और हां यह डाइट को दबाना मत खोलना अजय को कि होली के त्योहार को हम रंगो और उत्साह से मनाते हैं पर इस त्योहार से कुछ ऐसी भी भयानक चिड़ी हैं जिनका जिक्र करना भी डरावना लगता है यह कहानी प्रीति की है प्रीति अपनी लाइफ के एक बहुत ही अनोखे पड़ाव पर थी अगले दो महीने में वह बच्चे को जन्म देने वाली थी प्रीति और उसका हस्बैंड शोभित गुड़गांव के एक फ्लैट में अकेले रहते थे काम में बिजी रहने की वजह से शोभित प्रीति का पूरी तरह से ख्याल नहीं रख पाता था और इसलिए प्रीति ने अपनी प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने अपनी मां के साथ रहने का डिसाइड किया कि होली से करीबन 1 दिन पहले प्रीति अपने घर के ऐप से पहुंचे लोकेशन में कुछ प्रॉब्लम होने की वजह से प्रीति को घर के सामने वाली रोड पर उतरना पड़ा कि प्रीति के घर के सामने वाली रोड पर एक चौराहा था उस चौराहे को पार करते हुए प्रीति का पैर ज़मीन पर आटे के बने दिए पर जा लगा और वह उसके पैर से चिपक गया कि प्रीति ने उस पर ध्यान नहीं दिया और घर चली गई पर घर के दरवाजे पर पहुंचते ही प्रीति ने जैसे ही घर की दहलीज पर अपना पैर रखा उसके पूरे शरीर में एक करेंट थोड़ा उसे एक जोर का झटका लगा और वह पीछे हो गई जब तक प्रीति को समझ पाती उसकी मां घर के गेट पर उसे लेने आ गई अपनी मां को देख कर प्रीति बेहद खुश हो गई और वह उस झटके को नज़रअंदाज़ करके उनके साथ अंदर चली गई उसी रात को प्रीति वाशरूम जाने के लिए रात में उठ बैठ कर वह जैसे ही वस्तुओं की तरफ जाने लगी उसको पीछे से किसी ने जोर से धक्का मारा था में वृद्धि पुश धक्के से जमीन पर गिर गई और दर्द के मारे उसकी चीख निकल गई है कि घर में सभी लोग जाग गए प्रीति ने जब यह बताया कि उसे किसी ने पीछे से धक्का मारा था खाओ तो घर के सभी लोग चौंक उठे तभी प्रीति के पापा ने उसकी बात को टालते हुए कहा कि शायद अंधेरे में प्रीति जमीन पर पड़ी किसी चीज से टकरा गई होगी समय इस बात को मान लिया और सब लोग सोने चले गए अग्ली सुभा होली का त्योहार था हर जगह रंग और उत्साह था घर के सभी लोग एक दूसरे को रंग लगा रहे थे जब प्रीति के बचपन के दोस्तों को पता लगा कि प्रवीण अपने पुराने घर में वापस आई हुई है तो वह भी उसके साथ होली खेलने के लिए वहां गए घर के बाहर प्रीति के चार दोस्त आ गए लेकिन उन चारों में से प्रीति सिर्फ तीन को ही जानती थी कि एक आदमी उसके लिए बिल्कुल अंजान था पर प्रीति को लगा कि शायद उसके किसी दोस्त के साथ आया होगा उन सब नहीं एक-दूसरे को रंग लगाना शुरू कर दिया है उसी मस्ती के बीच वजनी भी प्रीति को रंग लगाने आ गया प्रीति ने उसका नाम पूछा तो उसने कुछ नहीं बोला और सीधा प्रीति के घरों पर रंग लगाने लगा नीति को एकदम से महसूस व कि वो आदमी अपने हाथों से सिर्फ रंग नहीं लगा रहा बल्कि वह प्रीति के मुंह को मसलने की कोशिश कर रहा है प्रीति ने गुस्से में उस आदमी को पीछे धक्का मारा और जोर से चीखने लगी मैं उसके चेहरे पर बहुत तेज दर्द हो रहा था फिर सब लोग उसके पास इकट्ठा हो गए प्रीति गुस्से में अपने दोस्तों से कहने लगी कि उनके साथ जो आदमी आया है उसमें प्रीति के साथ बदसलूकी की है यह सुनकर सब दंग रह गए सभी प्रीति के दोस्त रवि ने उससे पूछा कि वह किस आदमी की बात कर रही है कि रवि ने बताया कि उनके साथ वही चौथा आदमी नहीं था अ यह सुनकर प्रीति सुन्न पड़ गई उसे पूरा यकीन आ चूसने का दही को वहां देखा था में वृद्धि इधर-उधर उसे ढूंढने लगे प्रभो आदमियों से कहीं नहीं मिला कि घर के बाहर अब इतना तमाशा बन चुका था कि प्रीति की मां उसे घर के अंदर ले लें अ कि प्रीति बार-बार पागलों की तरह उसी आदमी के बारे में बोले जा रही थी प्रीति की मां ने उसे बिस्तर पर बिठाया और उसके लिए पानी लेने किचन में पहुंची थी है कि चिंतक जाते हुए प्रीति की मां के पास उसकी भतीजी से यह फोन लेकर आ गई और उन्हें वीडियो दिखाने लगी वीडियो में जो उन्होंने देखा उससे उनके होश उड़ गए कि वह वीडियो बाहर हो रही होली सेलिब्रेशंस की थी और उस वीडियो में साफ साफ दिख रहा था कि प्रीति अकेली खड़ी हुई है और उसके गालों पर खुद से रंग लग रहा है कि यह देखते ही प्रीति की माफ भक्ति हुई प्रीति के कमरे में पहुंची तो उन्होंने देखा कि प्रीति का शरीर बिस्तर के ऊपर हवा में तैर रहा है है कि देखकर प्रीति की माफ बेहद घबरा उठी वह समझ गई कि जरूर प्रीति के ऊपर कोई काला साया गया है तो उन्हें तुरंत शहर के जाने-माने तांत्रिक को बुलवाया जब वह तांत्रिक वहां पहुंचा तो प्रीति उसे देखकर गुस्से से सिलावट प्रीति ने उसका गला पकड़ लिया और किसी अजीब सा में कुछ बड़बड़ाने लगी अंतरिक्ष में उसके ऊपर कुछ पाउडर जैसा हक जिससे वह थोड़ी शांत हो गई और उसमें तांत्रिक का कलश हो रही है सब घर वालों ने उसे पेड़ से बांध दिया और फिर उस तांत्रिक ने अपनी झाड़ फूंक चुके हैं कि जैसे-जैसे एक तांत्रिक झाड़ फूंक कर रहा था वैसे-वैसे प्रीति गर्त में चला रही थी तांत्रिक में कृषि की छोटी से थोड़ा सा कपड़ा थोड़ा और उसे जला दिया सब अब जैसे-जैसे रोकड़ा छू रहा था इसमें से नीला धुआं निकलने लगा अवधि के चीखने की आवाजें और पेश हुए थे एक मीटिंग अनुसंधान में पिछ प्रीति को दर्द में देता है थे जैसे ही कपड़ा पूरा जलता हुआ पूजा प्रीति की चीखें भी बंद हो गई और वह बेहोश थी पड़ गई हैं जो प्रति होश में आई तो तांत्रिक ने बताया कि प्रीति पर किसी ने काला जादू किया था उन्होंने बताया कि होली के समय पूरे साल की सबसे शक्तिशाली पूर्णिमा की रात होती है है और इस समय में बच्चों और प्रेग्नेंट औरतों को सबसे ज्यादा खतरा होता है ज्यादातर लोग चौराहे पर काला जादू करके सामान रख देते हैं ताकि जब भी किसी का पैर उस सामान पर पड़े काली आत्माएं उन पर चढ़ जाएं और उन्हीं काली आत्माओं के जरिए वह अपने अधूरे काम करवा पाए थे ए प्री थी और उसके बच्चे की तो जान बच गई पर प्रीति के दिमाग से देखो अपना किस्सा शायद ही कभी मिट पाए इसलिए दोस्तों त्योहारों के समय चलते वक्त पैर कहां पड़ रहा है इसका ध्यान जरूर रखना है कि इन सभी को हमारी तरफ से अब वेरी हैप्पी होली हमारा चैनल खूनी मंडे जरूर सब्सक्राइब कर लेना और वीडियो पसंद आई तो वीडियो को लाइक कर देना मिलते हैं अगले हफ्ते से हुआ है

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